संघ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा में झांसी की संपदा त्रिवेदी ने ऑल इंडिया लेवल पर 79वीं रैंक हासिल की है। संपदा एक सामान्य परिवार से ताल्लुख रखती हैं। संपदा ने घर पर ही पढ़कर यूपीएससी की परीक्षा को पास किया है। संपदा के मुताबिक, महज 5 से 6 घंटे पढ़ाई करके ही उन्होंने यह परीक्षा पास की है। सोमवार को जब नतीजे घोषित हुए तो संपदा के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया।
दादा की ख्वाहिश को बनाया अपना सपना
संपदा का घर झांसी के सीपरी बाजार इलाके में स्थित है। संपदा के पिता बृजेश त्रिवेदी एक मैरिज लॉन चलाते हैं। 12वीं तक की पढ़ाई झांसी के जय एकेडमी से की। इसके बाद दिल्ली चली गईं। यहां दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से इतिहास और फिलॉसफी में साल 2017 में स्नातक (बीए) की पढ़ाई पूरी की। संपदा बताती हैं कि उनके दादा त्रिभुवन नाथ त्रिवेदी हमेशा से उन्हें आईएएस बनाना चाहते थे। दादा के ख्वाहिश को संपदा ने अपना सपना बना लिया और उसे पूरा करने के लिए पढ़ाई में जुट गईं।
बिना कोचिंग, घर पर रहकर की पढ़ाई
संपदा त्रिवेदी में चौथे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की है। संपदा ने बताया कि वह दिल्ली में अकेली रहती थीं, लेकिन ज्यादा दिन तक नहीं रह पाईं। 8 से 10 घंटे पढ़ाई की वजह से तनाव ज्यादा रहता था। ऐसे में वह घर आ गईं और घर पर ही रहकर पढ़ाई की। कोई कोचिंग भी नहीं ली। परिवार के लोगों के साथ रहने पर तनाव दूर हुआ।
3 बार असफल होने के बाद बदला तैयारी का तरीका
संपदा बताती हैं कि तीन प्रयास के बाद उन्हें लगा कि अब उनसे नहीं हो पाएगा, लेकिन फिर अपनी तैयारी का तरीका बदला। सबसे पहले कमजोरी ढूंढ़ी, जोकि आंसर राइटिंग थी। मैंने आंसर राइटिंग की तैयारी की। रोज पढ़ाई के घंटे भी कम किए और 5 से 6 घंटे ही पढ़ाई की। इसके बाद सोच लिया था कि अब आखिरी प्रयास है। इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएट करुंगी, लेकिन अंतिम चौथे प्रयास में परीक्षा पास कर ली।
UPSC एग्जाम के लिए अभ्यर्थियों को दिया ‘मंत्र’
संपदा त्रिवेदी ने सिविल सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को मंत्र देते हुए बताया कि सबसे पहले यूपीएससी के सिलेबस को ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड करिए। फिर अपने हिसाब से प्लानिंग करिए कि आपको किस किताब पर फोकस करना है। आपको चुनाव करना आना चाहिए कि आपको क्या-क्या नहीं पढ़ना है, क्योंकि बहुत ज्यादा पढ़ेंगे तो उसको पेश नहीं कर पाएंगे। आप एक मिनिमम लिस्ट बनाइये कि आपको किस टॉपिक पर कौन-सी बुक पढ़नी है। उसके बाद अनेक बार रिवाइज करिए। खुद के नोट्स बनाइए, जो एग्जाम के पहले रिवाइज में हेल्प करते हैं। सबसे जरूरी बात आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करते रहिए।