बिहार के दरभंगा में शुक्रवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिकल छात्रों के एक समूह पर कई केमिस्ट की दुकानों में आग लगाने का आरोप है। आग में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए हैं। इस आगजनी में कई दुकानें और वाहन जलकर खाक हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार रात दुकान मालिक से किसी बात को लेकर हुई बहस के बाद छात्रों ने पास की मेडिकल दुकानों पर हमला कर दिया।
अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कृष्ण कुमार ने बताया, “शुक्रवार की रात दरभंगा मेडिकल कॉलेज के एक छात्र और केमिस्ट पर दुकानदार के बीच कहासुनी के बाद छात्रों के एक समूह ने कई केमिस्ट की दुकानों में आग लगा दी।” कुमार के मुताबिक, केमिस्ट की दुकानों में आग इतनी भीषण थी कि पूरा आसमान लाल हो गया और एक गैस सिलेंडर फट गया, जिससे पूरा इलाका थर्रा उठा। एसडीपीओ ने आगे कहा, “जब पड़ोसी स्थानीय लोगों ने मेडिकल छात्रों के कृत्य का विरोध किया, तो छात्रों ने लोगों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जो दोनों तरफ से भारी पथराव में बदल गया।”
कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार देर रात मेडिकल छात्रों और मेडिकल व्यवसाय चलाने वाले दुकानदार के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि गुस्साए छात्रों ने कैंपस की चार दुकानों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। उसी समय, एक मेडिकल शॉप कर्मचारी पर कथित तौर पर कैंची से हमला किया गया और जिससे उसके चेहरे पर चोट लगी, जबकि एक अन्य व्यक्ति को मामूली चोटें आई है। मौके पर मौजूद लोगों ने कथित तौर पर बताया कि विवाद के दौरान फायरिंग और बम की आवाज भी सुनाई दी।
ड्रग डीलर्स यूनियन का विरोध
घटना के बाद शनिवार की सुबह ड्रग डीलर्स यूनियन ने केमिस्ट दुकान मालिकों पर हमले का विरोध किया। उन्होंने सड़क जाम कर दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
डीएमसीएच के प्राचार्य कृपानाथ मिश्रा ने कहा, “डर से डॉक्टर शुक्रवार की रात आपातकालीन सेवाओं से भाग गए थे, लेकिन शनिवार सुबह से आपातकालीन सेवा बहाल कर दी गई है। हम एक बैठक करने जा रहे हैं और यह तय किया जाएगा कि भविष्य में छात्रावास चालू रहेगा या बंद रहेगा।”
दरभंगा के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) विंग ने घटना की कड़ी निंदा की है। आईएमए के सचिव डॉ आमोद कुमार झा ने कहा, “डीएमसीएच के छात्रों पर हमले और जवाबी हिंसा के जवाब में दोनों पक्षों की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है, जिसके लिए हम सभी डॉक्टर अपना दर्द और पीड़ा व्यक्त करते हैं। आईएमए की ओर से मांग है। सरकार घटना की उचित जांच के बाद त्वरित कार्रवाई करे।