ओलिंपिक चैंपियन और भारतीय एथलेटिक्स की सबसे बड़ी पहचान नीरज चोपड़ा ने एक और ऐतिहासिक सफलता हासिल कर ली है. ओलिंपिक से लेकर वर्ल्ड चैंपियनशिप तक, अपनी प्रतिभा का शानदार नजारा पेश करने के बाद नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में भी अपना और भारत का नाम रोशन कर दिया है. उम्मीदों पर खरे उतरते हुए नीरज ने डायमंड लीग का खिताब जीत लिया है और ऐसा करने वाले वह भारत के पहले एथलीट बन गए. ज्यूरिख में हुए इवेंट में नीरज ने 88.44 मीटर के सबसे अच्छे थ्रो के साथ ये प्रतिष्ठित खिताब जीता.
ओलिंपिक के बाद एक और इतिहास
पिछले महीने के अंत में लोजान डायमंड लीग में पहला स्थान हासिल कर नीरज ने फाइनल में जगह बनाई थी. यही फाइनल गुरुवार 8 सितंबर की देर रात स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में हुआ, जहां नीरज को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स की गैरहाजिरी के कारण नीरज की जीत और भी ज्यादा पक्की लग रही थी और भारतीय सितारे ने करोड़ों फैंस को निराश भी नहीं किया.
खराब शुरुआत, जबरदस्त अंत
नीरज की शुरुआत हालांकि, अच्छी नहीं रही और उनका पहला ही प्रयास फाउल रहा, जो अलग-अलग प्रतियोगिताओं में नीरज के रिकॉर्ड को देखते हुए चौंकाने वाला था. अक्सर पहले ही थ्रो में नीरज बड़ी दूरी हासिल करते रहे हैं. ओलिंपिक चैंपियन ने हालांकि, तुरंत ही अपना कमाल दिखाते हुए दूसरे ही प्रयास में जैवलिन को 88.44 मीटर दूर फेंककर पहले स्थान पर कब्जा कर लिया. नीरज के सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी चेक गणराज्य के याकब वैडलियच थे, जिन्होंने चौथे प्रयास में 86.94 मीटर दूरी हासिल की.
भारतीय सुपरस्टार पर हालांकि इसका असर नहीं पड़ा और उन्होंने एक बार लय हासिल करने के बाद बड़े थ्रो ही किए. कुल 6 प्रतिभागियों वाले इस फाइनल में सभी को 6-6 थ्रो के मौके मिले, लेकिन कोई भी नीरज को पार नहीं कर सका. यहां तक कि पूरे फाइनल में सबसे बड़े तीन थ्रो नीरज के ही रहे. उन्होंने 88.44 के अलावा, 88 और 87 मीटर की दूरी भी हासिल की. हालांकि, 90 मीटर का बैरियर तोड़ने के लिए अभी भी नीरज को इंतजार करना होगा.
नीरज का शानदार सीजन पूरा
इस जीत के साथ ही नीरज ने शानदार सीजन का अंत किया. वह अब अगले साल कंपटीशन में उतरेंगे. नीरज ने इस साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया और ऐसा करने वाले वह भारत के पहले एथलीट बने. फिर उन्होंने लगातार दो बार अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा. नीरज ने पहले पावो नूर्मी गेम्स में 89.30 मीटर के साथ रिकॉर्ड बनाया और फिर स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर के साथ फिर से रिकॉर्ड कायम कर दिया.