सूडान में पैरामिलिट्री फोर्स और सेना के बीच हुए संघर्ष में कम से कम 180 लोग मारे गए हैं जबकि 1800 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. यह जानकारी द नूययॉर्क टाइम्स ने सूडान में यूनाइटेड नेशंस के प्रतिनिधि के हवाले से दी है.
एनवाईटी के मुताबिक, संघर्ष की वजह से राजधानी खार्तूम से 5 मिलियन निवासियों में ढेरों अपने घर छोड़कर चले गए हैं, मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान, जिसमें वे सुबह शाम तक रोजा रखते हैं के आखिरी दिनों में बिजली या पानी के बिना वे घर पर फंसे हुए हैं.
शनिवार को यह संघर्ष सूडानी सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स के रूप में जाना जाने वाला एक अर्धसैनिक समूह के बीच हुआ. NYT के अनुसार, सूडान के दो शीर्ष जनरलों के बीच लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता है, जो वर्चस्व के लिए होड़ कर रहे हैं.
इस संघर्ष में खार्तूम के उत्तर-पूर्व में एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र समेत अन्य चिकित्सा सुविधाओं को निशाना बनाया गया, जिन पर गोलाबारी की गई, खाली करा दिया गया और बंद कर दिया गया.
उन्हें तुरंत पता नहीं चला कि किसने हमला किया, लेकिन ब्लोक के प्रवक्ता ने कहा कि एम्बेस्डर ‘ठीक’ हैं.
सोमवार को सूडान सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच ताजा संघर्ष को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने वहां भारतीयों की मदद और सूचना के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है.
एमईए की प्रेस वज्ञप्ति के मुताबिक, ‘सूडान में मौजूदा हालात को देखते हुए सूचना और सहायता के लिए विदेश मंत्रालय ने एक कंट्रोल रूम बनाया है. मंत्रालय ने सूडान में फंसे भारतीयों के बारे में जानकारी देने के लिए कंट्रोल रूम के लिए कोऑर्डिनेट्स, ई-मेल और फोन नंबर्स साझा किए हैं. फोन- 1800118797 (टोल फ्री) +91-11-2301213; +91-11-23014104; +91-11-23017905; मोबाइल- +91 9968291988 और ईमेल- situationroom@mea.gov.in है.
सूडान में यूरोपियन यूनियन के एम्बेस्डर, ऐदान ओ’हारा पर सोमवार दोपहर को उनके आवास में हमला किया गया, ईयू के शीर्ष राजनयिक, जोसेप बोरेल फॉन्टेलेस ने यह ट्विटर पर लिखा है.