बिहार विधानसभा चुनाव में अचनाक एक नया सियासी मोड़ आ गया है. जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाला एनडीए (NDA) और कांग्रेस (INC) के नेतृत्व वाला ‘इंडिया’ अलायंस मैदान में है. हालांकि, बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व राजद कर रही है. वहीं, अब इस सियासी समर में ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी दस्तक दे दी है. शंकराचार्य ने बिहार की हर विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है. उनकी सियासी घोषणा के बाद बिहार की राजनीति फिजा में एक अलग की तपन महसूस की जाने लगी है. इस पर सियासी दलों का रिएक्शन भी आने लगा है.
शंकराचार्य के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कौन क्या कहता है, इस पर बीजेपी काम नहीं करती. बीजेपी ने 500 वर्ष बाद राम मंदिर का निर्माण कराया. सनातन की अगर कोई रक्षा कर सकता है तो वह भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है. सीतामढ़ी में भव्य जानकी मंदिर का निर्माण भी हो रहा है. रही बात चुनाव लड़ने की तो चुनाव सभी लोग लड़ते हैं, लेकिन बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार आने वाली है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में 225 सीट के साथ एनडीए की वापसी होगी.
राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि बिहार की जनता के मूल्य मुद्दे हैं पढ़ाई लिखाई दवाई कमाई. अब बिहार की राजनीति में भावनात्मक मुद्दों के आधार पर किसी को वोट मिलने वाला नहीं है. राजद प्रवक्ता अरुण कुमार ने कहा कि जनता के सवाल है बेरोज़गारी, महंगाई इन सभी मुद्दों पर वोट मिलेगा. अब भावनात्मक नारे भावनात्मक मुद्दे बिहार की राजनीति में चलने वाला नहीं है, इस आधार पर जो भी राजनीतिक करेगा उसकी राजनीति की दुकानदारी बंद हो जाएंगे.
कांग्रेस ने कहा कि छद्म सनातनी और अपने आप को हिंदू बताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को शंकराचार्य महोदय का ये कड़ा संदेश है. ये उन्होंने इसलिए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी गोवंश की रक्षा के नाम और चुनाव में वोट मांगती है और चुनाव के बाद देश को सबसे बड़ा बीफ निर्यातक बना देती है. ऐसे में जो वास्तविक सनातन है और उन्हें दर्द होगा. बीजेपी के लोग पूरी तरीके से देश में सांप्रदायिक जन्म देता है और हिंदुओं की आस्था को ठोस पहुंचते हैं.
जदयू ने कहा कि शंकराचार्य ने जो भी कहा है यह उनकी निजी राय हो सकती है. चुनाव लड़ने का सबका अधिकार है, जहां तक बिहार की बात है बिहार की जनता काम पर वोट करेगी. जदयू प्रवक्ता किशोर कुणाल ने कहा कि नीतीश कुमार के किए गए कार्यों पर वोट करेंगे. सभी को अधिकार है चुनाव लड़े जनता तय करेगी कि उनका क्या वजूद है.
