मोकामा हत्याकांड के बाद अब पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने चुनावी माहौल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं. उनके आदेश पर जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, प्रत्याशियों और लायसेंसी नागरिकों से हथियार जमा करवाए जा रहे हैं. यह कदम सुरक्षा के लिहाज से एहतियाती तौर पर उठाया गया है ताकि चुनाव के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश के बाद कई प्रमुख नेताओं ने अपने हथियार जमा कर दिए हैं. इनमें जदयू विधायक रिंकू सिंह, भाजपा विधायक उमाकांत सिंह, भाजपा विधायक नारायण प्रसाद, कांग्रेस के पूर्व विधायक विनय वर्मा और वीआईपी पार्टी के लोरिया प्रत्याशी रण कौशल प्रताप सिंह शामिल हैं. प्रशासन के आदेश के बाद सभी नेताओं ने अपने-अपने लाइसेंसी पिस्टल प्रशासन के हवाले कर दिए हैं.
निर्वाचन पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिन लोगों ने अभी तक अपने हथियार जमा नहीं किए हैं, वे 24 घंटे के भीतर उन्हें पुलिस थाने में जमा करें. आदेश का पालन नहीं करने वालों का हथियार लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. अब तक जिले में लगभग 94 प्रतिशत लाइसेंसधारियों ने अपने हथियार जमा करा दिए हैं. यह प्रशासन की सख्ती और लोगों के सहयोग का परिणाम है.
धर्मेंद्र कुमार ने सभी प्रत्याशियों को चेतावनी दी है कि चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी नियम-विरुद्ध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के वाहन काफिले या जुलूस निकालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रचार के लिए केवल चुनाव आयोग द्वारा तय नियमों का ही पालन किया जा सकता है. इस आदेश के बाद जिले में कई प्रत्याशियों ने अपना प्रचार रोक कर नियमों का पालन किया है.
प्रशासन के आदेश के बाद बेतिया में सभी प्रमुख मार्गों, चेकपोस्ट और चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस हर आने-जाने वाले वाहन की जांच कर रही है ताकि चुनावी माहौल शांतिपूर्ण बना रहे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी के आदेश से पूरा जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.

