वैशाली में प्यार के नाम पर छुप-छुपकर मिलना और फिर घरवालों की जानकारी होते हीं शादी, प्यार हुआ तो भगाकर लड़की से कर ली शादी ऐसी खबरें तो आए दिन सामान्य सी हो गई हैं. अभी भागलपुर का एक लड़का सुर्खियों में था जब वह 450 किलोमीटर बाइक चलाकर अपनी प्रेमिका को लेकर वापस अपने घर आया और वहां उसने शादी कर ली. जबकि दोनों की शादी पहले से तय थी. वहीं परीक्षा केंद्र से फरार एक मुन्ना भाई अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा तो लोगों ने उसकी शादी करवा दी. लेकिन इस बार प्रेम की जो कहानी है वह थोड़ी उल्टी है. दरअसल इस बार लड़का-लड़की प्रेम के जाल में फंसे, लड़के ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाया और फिर शादी से इंकार कर दिया.
शारीरिक संबंध बनाकर प्रेमिका के साथ शादी करने से इंकार का यह मामला वैशाली जिले का है. इस पूरे मामले में अंततः लड़को को शादी करनी पड़ी और उसकी शादी में बाराती पुलिस वाले बने. कहानी थोड़ी फिल्मी है लेकिन वैशाली जिले के एक प्रेमी युगल के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है. थाने में आखिरकार दोनों एक हुए.
वैशाली जिले का यह प्रेमी जोड़ी दोनों अलग-अलग जाति के और दोनों को अंततः पुलिस और मानवाधिकार संस्था की मौजूदगी में एक दूसरे का हाथ थामना पड़ा. दोनों ने सात जन्मों तक साथ रहने के लिए एक दूसरे का हाथ थामा और साथ जीने-मरने की कसमें खाई. लेकिन यह इतनी आसानी से नहीं हुआ इसके पीछे की कहानी पूरी मसाला हिंदी फिल्मों वाली रही.
वैशाली जिले के देशरी निवासी नीतू और बिदुपुर के धर्मपुर का रहनेवाला कौशल दोनों की जाति अलग-अलग थी लेकिन दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ गए. चार साल पहले शुरू हुई दोनों की प्रेम कहानी एक तूफानी तरीके से जारी थी इसी बीच लड़की गर्भवती हो गई. अब कौशल ने शादी से साफ इंकार कर दिया. मतलब प्यार से सीधा इंकार तक का सफर. दोनों तीन साल तक रिलेशन में रहे. इस बात को भी लड़का भूल गया था, इसके बाद उसने लड़की पर दवाब बनाना शुरू किया तो लड़की ने गर्भपात भी करा लिया लेकिन लड़का शादी को फिर भी तैयार नहीं हुआ.
लड़की इसके बाद क्या करती सीधे लड़के के घर पहुंच गई लेकिन लड़के के घरवालों ने उस मारपीट कर वहां से भगा दिया. लड़की इसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला कल्याण संस्थान पटना पहुंची और उनके सहायता मांगी. संस्था की तरफ से लड़की के लिए पहल शुरू हुई और फिर पुलिस की मदद से लड़का और लड़की के घरवालों से बात की गई. संस्था से आए लोगों ने लड़के की काउंसलिंग की जिसके बाद दोनों पक्ष शादी के लिए तैयार हो गए. फिर क्या था शादी में पुलिस वाले बाराती बन गए और थाना परिसर में ही दोनों की शादी करा दी गई. इस समय दोनों के परिवार के लोग वहां मौजूद थे.