पुपरी: पुपरी में रविवार के दिन सरस्वती पूजा के विसर्जन में हो रहे विलंब को लेकर पुपरी सबइंस्पेक्टर भीम सिंह ने पुपरी के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण किया.
क्षेत्र भ्रमण के दौरान वो पुपरी गांव के छठिहारी पोखरी के निकट पहुंचे जहां सरस्वती पूजा के पंडाल में तेज आवाज में बज रही DJ को बंद करवाया जिसके बाद उन्होंने पूजा समिति के संचालकों को खड़ी-खोटी के साथ सुनाया व फटकारा, जिसके बाद उन्होंने पूजा समिति के संचालकों से सवाल कर पूछा की किस्से पूछकर बजाया DJ ?
जिसपे छठिहारी पोखरी के निकट हो रही पूजा समिति के संचालक रहे नवीन कुमार खामोश हो गए और उन्होंने इंस्पेक्टर से DJ बजाने को लेकर माफी मांगा और एक घंटे के अंतराल में ही विसर्जन कर लौट जाने की बात कही उसके बाद सबइंस्पेक्टर सहित अन्य पुलिस कर्मी वहां से निकलते हुए पुपरी गांव के गिरि महल्ले में हो रही पूजा स्थल पर पहुंचे जहां शांतिपूर्ण तरीके से हो रही पूजा विसर्जन की तैयारी को देखते हुए वो दूसरे जगह की ओर प्रस्थान कर गए ।
मूर्ति विसर्जन को लेकर ये नियम
इसके साथ ही मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी तरह का कोई भी जुलूस का आयोजन नहीं होगा ना ही बैंड बाजे का उपयोग होगा। मूर्ति विसर्जन में मात्र पांच लोग सम्मिलित होंगे और गांव के ही स्थानीय तालाब में शांतिपूर्ण तरीके से मूर्ति का विसर्जन करेंगे। मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी भी तरह की कोई अनहोनी घटना घटती है तो उसकी सारी जवाबदेही पूजा समिति के सदस्यों की रहेगी। वहीं पुपरी थानाध्यक्ष राज कुमार गौतम ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरस्वती पूजा के दिन सभी सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पूजा के दौरान किसी के द्वारा गाइडलाइन का उल्लंघन तो नहीं किया जा रहा है इसकी जांच करते हुए क्षेत्र में लगातार गश्ती जारी रहेगी। पूजा के पूर्व में ही बैठक के दौरान सभी लोगों को आगाह किया गया था कि किसी भी अप्रिय घटना, आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल इसकी सूचना पुपरी थाने को देंगे एवं अफवाहों से दूर रहेंगे। किसी भी तरह की कोई भी अफवाह अगर लोगों के द्वारा फैलाई जाती है तो तत्काल इसकी सूचना पुपरी थाना या पुपरी के प्रखंड विकास पदाधिकारी को देंगे।
सरस्वती पूजा में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन पुपरी बने तालाब में हुआ। छह फरवरी को बगैर जुलूस के मूर्तियों के विसर्जन की अनुमति दी गई थी। सरस्वती पूजा को देखते हुए सीतामढी जिले में सौ से अधिक जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी। लखनदेई नदी के जिन घाटों के किनारे बने तालाब में मूर्ति विसर्जन करने का निर्देश दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि संबंधित पूजा समितियों को मूर्ति विसर्जित करने से संबंधित 4 बजे से 6 बजे तक का समय दिया गया है। सीतामढी के सभी तालाब के पास पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी। इसके अलावा पूजा समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि मूर्ति को वाहनों से ले जाकर सीतामढी के भिन्न-भिन्न तालाब में विसर्जित कर रहे है।
पुपरी से सोनू कुमार गिरि की ये रिपोर्ट।