देश की स्वर कोकिला और भारत रत्न से सम्मानित सिंगर लता मंगेशकर का आज निधन हो गया। कोरोना संक्रमण के कारण 92 साल की लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चलता रहा। आज फिर उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। उनके निधन से बॉलीवुड, समूचे देश और विश्व में उनके करोड़ों प्रशंसकों में शोकाकुल हैं।
यूं तो पूरा विश्व ही उनका परिवार था लेकिन जिस फैमिली में जन्मीं और पली-बढ़ीं उसके बारे में जानेंगे। लता मंगेशकर तीन बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थीं। इनके कदमों पर चलकर ही लता की बहनों व भाई ने संगीत की दुनिया में अपना दायरा बढ़ाया।
देश की दिग्गज और मशहूर गायिका लता मंगेशकर अपने माता-पिता की सबसे बड़ी बेटी थीं। इनके पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर मशहूर संगीतकार थे। इनकी माता का नाम शीवंती मंगेशकर है। शीवंती हाउस वाइफ थीं उनको गाने का शौक नहीं था।
मीना खडीकर
लता के बाद मीना का जन्म हुआ था। बड़ी बहन होने के नाते लता ने अपना फर्ज निभाया और मीना का ख्याल रखा। 90 साल की मीना खडीकर एक भारतीय मराठी और हिंदी भाषा की पार्श्व गायिका और संगीतकार हैं।
आशा भोंसले
88 वर्ष की मशहूर गायिका आशा भोंसले लता की बहन हैं। आशा की आवाज में भी कम जादू नहीं है। लोग आशा के गानों को भी दिल से सुनते हैं। आशा को भी बॉलीवुड की सफल गायिकाओं में गिना जाता है। आज भी इनकी आवाज का जादू गया नहीं है। लता और आशा की आवाज सुनकर शायद आप भी यही कहोगे कि सच में इनके परिवार को सरस्वती को वरदान प्राप्त है।
उषा मंगेशकर
86 वर्ष की उषा मंगेशकर भी लता मंगेशकर की बहन हैं। संगीत की दुनिया में इनका भी सिक्का खूब चला है। मराठी, हिंदी, बंगाली, कन्नड़, नेपाली, भोजपुरी, गुजराती और असमिया गानों की वजह से इनको पहचान मिली।
हृदयनाथ मंगेशकर
84 वर्ष के हृदयनाथ मंगेशकर लता, मीना, आशा और उषा के सबसे छोटे व लाडले भाई हैं। इन्होंने भी संगीत की दुनिया में कदम रखा और अपनी पहचान बनाई। संगीत निर्देशक के रूप में फिल्म जगत में हृदयनाथ मंगेशकर ने खुद का लोहा मनवाया।
लता मंगेशकर भारत की स्वर कोकिला के नाम से जानी जाती हैं. 1940 से 2019 तक चले 7 दशक के अपने करियर में लता मंगेशकर ने 1000 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में गाने गाए. ये गाने उन्होंने 36 से ज्यादा भारतीय और विदेशी भाषाओं में गाए थे. लेकिन म्यूजिक इंडस्ट्री में लता मंगेशकर का सफर हमेशा आसान नहीं रहा था. सिंगर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने काफी बुरे और अजीब व्यवहार को भी देखा था. जीएम दुर्रानी के साथ उनका एक किस्सा मशहूर है.
जब दुर्रानी ने किया लता के साथ खराब व्यवहार
1940 के दशक में म्यूजिक की दुनिया में जीएम दुर्रानी का जलवा था. उस दौर में कोई नया म्यूजिक डायरेक्टर उनके पास पहुंचता तो दुर्रानी उससे कहते, ‘दुर्रानी का गाना चाहते हो तो अच्छी धुन बनाना सीख आओ.’
एक बार लता, नौशाद साहब और दुर्रानी गाने की रिकॉर्डिंग कर रहे थे. लेकिन दुर्रानी का बर्ताव शर्मीली और विनम्र लता के साथ ठीक नहीं था. उनकी ज़ुबान में कामयाबी का उग्र एहसास झलकता था. नौशाद साहब उस घटना के गवाह थे. उन्होंने बताया, ‘उस समय सिर्फ दो माइक होते थे. एक संगीतकारों के लिए, दूसरा गायकों के लिए. इस तरह वे दोनों (दुर्रानी और लता) आमने सामने खड़े थे. जैसे ही दुर्रानी की लाइन पूरी होती, वे कोई शरारत करने लगते. मैंने उनसे बाद में कहा कि वे चुपचाप खड़े रहें और अपने मसखरेपन से उस लड़की के काम में अड़चन न डालें. क्योंकि लड़की (लता) नई थी और इससे उसका कॉन्फिडेंस डगमगा सकता था.’
लेकिन ‘नई लड़की’ दुर्रानी की हरकतों से घबराने की जगह नाराज हो रही थी. लता के साथ एक और रिकॉर्डिंग के दौरान दुर्रानी ने पुरानी हरकतें शुरू कर दीं. उन्होंने लता के सादे पहनावे का मजाक उड़ाते हुए लखनवी उर्दू में कहा, ‘लता, तुम रंगीन कपड़े क्यों नहीं पहनती? तुम कैसे इस तरह सफेद चादर लपेटकर चली आती हो?’
लता ने ये सोचा होगा कि उर्दू जबान की तहजीब से वाकिफ ये आदमी कैसे एक औरत से गैरवाजिब नजदीकी दिखाते हुए उसे ‘आप’ की जगह ‘तुम’ कह रहा है. लता ने कहा, ‘मैं सोचती थी कि ये आदमी मेरे पहनावे की जगह मेरे गायन पर ज्यादा ध्यान देगा. उसी पल मैंने फैसला किया कि मैं उस कलाकार के साथ फिर नहीं गाऊंगी.’