बिहार वासियों के लिए 5 फरवरी 2022 का दिन महत्वपूर्ण हो गया है। केंद्र सरकार की गति शक्ति योजना के तहत कार्गो शिप शनिवार को राजधानी पटना के गायघाट बंदरगाह से भारतीय खाद्य निगम (FCI) का 200 टन चावल लेकर रवाना हुआ है। यह शिप गंगा के रास्ते कोलकाता के हल्दिया बंदरगाह फिर वहां से बांग्लादेश के रास्ते होते हुए गुवाहाटी के पांडू बंदरगाह तक जाएगा।
हालांकि इस बड़ी उपलब्धि के बाद अब बिहार राज्य का नाम भी अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग में शामिल हो जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले कोई भी शिप पटना से हल्दिया तक ही जाता था। जहां तक लोगों का कहना है कि जलमार्ग के रास्ते व्यापार शुरू होने से बिहार राज्य में बिजनेस के नए द्वार खुलेंगे।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के गायघाट टर्मिनल पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर, सांसद राजीव प्रताप रूडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मेयर सीता साहू, स्थानीय विधायक नन्दकिशोर यादव ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर शिप को रवाना किया। जबकि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और बांग्लादेश के जहाजरानी मंत्री खालिद महमूद चौधरी वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े रहे।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गायघाट टर्मिनल से पांडू (गुवाहाटी) तक अनाज की आवाजाही से ह्यगेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्टह्ण के लिए एक नया रास्ता खोलेगी। उन्होंने कहा कि इस जलमार्ग का विकास 4600 करोड़ की लागत से किया जाएगा। कालूघाट में 78 करोड़ से इंटरमॉडल टर्मिनल क्षेत्र के निर्माण से सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे उत्तर बिहार की सड़कों पर भीड़ कम करने में सहायता मिलेगी और इस क्षेत्र में कार्गो के परिवहन के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा।