बिहार की राजधानी पटना में ग्राम रक्षा दल के जवानों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी है. पुलिस ने बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे जवानों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पटना बीजेपी ऑफिस के बाहर समान काम के लिए समान वेतन और स्थायी नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे जवानों पर पुलिस ने खूब लाठियां भांजी. दरअसल जवान अपनी मांगों को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात की मांग लेकर बीजेपी कार्यालय के सामने पहुंचे थे.. विधानसभा सत्र होने की वजह से प्रदर्शनकारियों से बीजेपी नेता की मुलाकात नहीं हो पाई तो ये लोग उग्र हो गए और वहीं धरना प्रदर्शन करने लगे.
इधर पुलिस उन्हें बार-बार समझा रही थी कि यहां धरना प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं. करीब 500 की संख्या में मौजूद ग्राम रक्षा दल को गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाने के लिए कहा. लेकिन बार-बार अपील करने के बाद भी जब वो नहीं हटे तो पुलिस थोड़ी सख्त हुई. इसके बाद ग्राम रक्षा दल के जवान पुलिस से ही भिड़ गए. तब पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग किया और लाठीचार्ज कर दिया.
ग्राम रक्षा दल के करीब सवा लाख सदस्य
पुलिस लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारी जवान बीजेपी दफ्तर के पास से हट गए. और धीरे-धीरे पैदल ही गर्दनीबाग धरना स्थल की तरफ बढ़ गए. बिहार में थाने के थानाध्यक्ष और अपर पुलिस अधीक्षक ग्राम रक्षा दल में स्थानीय लोगों को शामिल करते हैं. पुलिस की सहायता के लिए चुने गए इन जवानों को पुलिस मित्र कहा जाता है. ये लोग स्थानीय स्तर पर पुलिस की मदद करते हैं.बिहार में ग्राम रक्षा दल के करीब सवा लाख सदस्य हैं.
ये है प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पंचायत प्रतिनिधि की तरह हम लोग काम करते हैं. इसलिए हमें मानदेय, दैनिक भत्ता दिया जाए।. इसके साथ ही बिहार चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में प्राथमिकता, लाठी, टॉर्च और वर्दी दिया जाए. ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष सिकंदर पासवान ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से उपमुख्यमंत्री से मिलने आए थे. हमारी सिर्फ एक मांग है सरकार वेतनमान दे और नौकरी स्थाई की जाए. यह मांग हम लंबे समय से करते आ रहे हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता है.