बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी काफी वक्त है, लेकिन चुनावी रैलियों का दौर शुरू हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश के कई प्रमुख नेता भी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार का दौरा कर वोटर्स को लगातार लुभाने की कोशिशों में लगे हैं. वह कल शुक्रवार को सीतामढ़ी जा रहे हैं जहां वह जानकी मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे, इस दौरे के जरिए सीतामढ़ी समेत तिरहुत मंडल में पड़ने वाले 6 जिलों की 49 सीटों पर भी नजर रहेगी.
अमित शाह पहले दरभंगा पहुंचेंगे, फिर वहां से वह सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम जाएंगे. जहां वह 882.87 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली जानकी मंदिर के पुनर्विकास से जुड़े प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे, इस जगह को देवी सीता का जन्मस्थान माना जाता है. इस समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. करीब 67 एकड़ में इस भव्य मंदिर को तैयार किया जा रहा है. इसके 11 महीने के अंदर पूरा होने की योजना बनाई गई है. इस मंदिर को अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरह ही बनाया जा रहा है. पुनौराधाम सीतामढ़ी जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है.
NDA खासकर BJP के पकड़ वाला तिरहुत मंडल
तिरहुत मंडल या तिरहुत कमिश्नरी में 6 जिले आते हैं जिसका मुख्यालय मुजफ्फरपुर है. इन 6 जिलों में सीतामढ़ी के अलावा मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण (मुख्यालय बेतिया में), पूर्वी चंपारण (मुख्यालय मोतिहारी में), वैशाली (मुख्यालय हाजीपुर में) और शिवहर शामिल हैं. इन 6 जिलों में विधानसभा की कुल 49 सीटें आती हैं. पिछले महीने 18 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस क्षेत्र (पूर्वी चंपारण) का दौरा कर चुके हैं. इस मंडल को भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के मजबूत किले में शुमार किया जाता है. अमित शाह की कोशिश 2020 वाले प्रदर्शन को बनाए रखने या और बेहतर करने की है.
मुजफ्फरपुर जिले में एनडीए की पकड़ मजबूत मानी जाती है, उसे 11 में से 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. आज की तारीख में एनडीए गठबंधन के पास 6 सीटें हैं, जबकि 2020 में बोचहां सीट पर एनडीए के साथ चुनाव लड़ने वाली VIP के मुसाफिर पासवान को जीत मिली थी, लेकिन बाद में उनका निधन हो गया और उनके बेटे राष्ट्रीय जनता दल में चले गए और वहीं से 2022 के उपचुनाव में जीत हासिल की.
पश्चिमी चंपारण में BJP का जोरदार दबदबा
पश्चिमी चंपारण जिला भी बीजेपी का मजबूत गढ़ रहा है और 2020 के चुनाव में यहां की 9 सीटों में से एनडीए को 8 सीटों पर जीत मिली थी. इसमें से 7 सीटों पर बीजेपी तो एक सीट पर उसके सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का प्रत्याशी विजयी हुआ. आरजेडी की अगुवाई वाले महागठबंधन को एकमात्र जीत सिक्ता सीट से मिली जहां से सीपीआई-एमएल से जीत हासिल हुई.
इससे सटे पूर्वी चंपारण जिले में 12 में से 9 सीटों पर एनडीए को जीत मिली थी. इन 9 में से 8 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी विजयी रहे, एक सीट जेडीयू के खाते में गई तो 3 सीटों पर आरजेडी ने अपनी जीत का परचम लहराया.
