सीतामढ़ी। जिले में निजी तालाब में बड़े पैमाने पर मछली पालन का कार्य किया जाता है। लेकिन पानी का बेहतर प्रबंध नहीं रहने के कारण गर्मी के दिनों में अधिकांश तालाब सूख जाते है। इससे मत्स्य पालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में पानी की समस्या से जूझ रहे मत्स्य पालको को सरकार ने बड़ी राहत दी है। जिला सहित उत्तर बिहार के 21 जिले में पांच एचपी वाला बोरिंग सोलर सबमर्सिबल पंप सेट लगाने पर सरकार की ओर से अनुदान मिलेगा। जल कृषि सौरीकरण सहायता योजना के तहत बिहार में कुल 355 सोलर सबमर्सिबल पंप सेट लगाना है।
जिस पर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग 13 करोड़ 64 लख रुपए खर्च करेगी। अब सोलर ऊर्जा से मोटर चलेगा और तालाबों में लबालब पानी भरेगा। राहत यह भी है कि सरकार बोरिंग करने और सोलर से चलने वाला सबमर्सिबल पंप सेट लगाने के लिए सभी वर्गों के मछली पालकों को 80% अनुदान देगी। योजना का लाभ कम से कम 0.25 एकड़ तो अधिकतम 2.5 एकड़ जल क्षेत्र के तालाब के लिए लिया जा सकता है। खास बात यह भी है कि बोरिंग सह सोलर सबमर्सिबल पंपसेट, पाइप और अन्य जरूरी सामान लाभुक विभाग द्वारा चयनित आपूर्तिकर्ता से खुद खरीदेंगे।
उत्तर बिहार के जिलों में प्रति यूनिट चार लाख 28 हजार 515 रुपये इस पर 80 फीसदी अनुदान लाभुकों को दिया जाएगा। आवेदक को 20 फीसदी लगानी होगी पूंजी : आवेदक को बोरिंग सह सोलर सबमर्सिबल पंप सेट पर 20 फीसदी राशि लगानी है। वह खुद लगा सकते है या फिर बैंक लोन के माध्यम से भी लाभ ले सकते है। पानी की पर्याप्त उपलब्धता के लिए पांच और साढ़े सात एचपी का सोलर से चलने वाला सबमर्सिबल मोटर लगाया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तिथि 31 अगस्त है। इच्छुक लोग मत्स्य विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
आवेदन के साथ पहचान पत्र, आधार कार्ड, जमीन का अद्यतन रसीद, बैंक पासबुक, तालाब की तस्वीर, मोबाइल नंबर सहित अन्य जरूरी दस्तावेज देने होंगे। इन जिलों में लगेगा सबमर्सिबल पंप सेट : पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अनुसार सीतामढ़ी जिले के अलावा उत्तर बिहार के शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, सिवान, गोपालगंज, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार, खगड़िया, बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर जिले में पांच एचपी का बोरिंग सह सोलर सबमर्सिबल पंप सेट लगाने का योजना है। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर लाभ : जिला मत्स्य पदाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि जल कृषि सौरीकरण के तहत तालाबों के पास बोरिंग सह सोलर सबमर्सिबल पंप हाउस स्थापित करने के लिए इच्छुक मत्स्य पालक आवेदन कर सकते है। पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर आवेदकों का चयन किया जाएगा। जिला सहित उत्तर बिहार के लिए पांच एचपी बोरिंग सह सोलर सबमर्सिबल पंप सेट लगाने की योजना है। जिस पर 80 फीसदी अनुदान मत्स्य पालकों को मिलेगी।
