बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा जारी है। कटिहार के बाद रविवार को राहुल गांधी पूर्णिया जिले में नजर आए। पूर्णिया जिले में ही राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने रात को आराम किया था। इसके बाद पूर्णिया जिले से यात्रा की शुरुआत हुई है। राहुल गांधी यहां अलग अंदाज में भी नजर आए। राहुल गांधी यहां सड़क पर मोटरसाइकिल चलाते नजर आए हैं। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस और महागठबंधन के कई अन्य नेता और कार्यकर्ता मोटरसाइकिल पर ही वोटर अधिकार यात्रा में शामिल नजर आ रहे थे। राहुल गांधी के साथ पिछली सीट पर बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार नजर आ रहे थे।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने सभी सुविधाओं से लैस कंटेनर (वैन) में रात बिताई। नेताओं ने रात्रि भोज में शाकाहारी भोजन किया। दिल्ली से पहुंचे कैंप क्रू के लगभग 80 वालंटियर तैयारियों में जुटे रहे। गौरा पंचायत से वह खुली जीप पर सवार होकर बेलौरी तक पहुंचेंगे। इसके बाद खुश्कीबाग से लाइन बाजार, पंचमुखी मंदिर होते हुए रामबाग तक पद यात्रा करेंगे। फिर पूर्णिया सिटी और कसबा होते हुए वह अररिया जिला में प्रवेश कर जाएंगे। पूर्णिया में लगभग 30 किलोमीटर की यात्रा होगी।
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में एसआईआर चोरी करने का तरीका है। आपने कहा कि लाखों वोटर के नाम कट गए। विपक्ष शिकायत कर रहा है लेकिन बीजेपी एक शिकायत तक नहीं कर रही है। यह सच्चाई है कि 65 लाख वोटरों के नाम कट गए लेकिन बीजेपी ने कुछ नहीं कहा। वो इसलिए क्योंकि चुनाव आयोग और बीजेपी के बीच पार्टनरशिप है।
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने जहां चुनाव आयोग को घेरा तो वहीं राहुल गांधी ने भी अपनी बात रखी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह यात्रा काफी सफल है। हम लोगों को बुला नहीं रहे हैं बल्कि वो खुद आ रहे हैं। यह साफ है कि हमने जो वोट चोरी की बात कही थी उसे बिहार के करोड़ों लोग मानते हैं इसलिए ऐसा रिस्पॉन्स मिला है। चुनाव आय़ोग का काम सही वोटर लिस्ट देने का है। यह काम उन्होंने हरियाणा, कर्नाटक औऱ महाराष्ट्र में नहीं किया। हमारा पूरा दबाव चुनाव आयोग के व्यवहार को बदलने के लिए है, हम छोड़ेंगे नहीं। हम बिहार में वोट की चोरी नहीं होने देंगे।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘चुनाव आयोग अब चुनाव आयोग नहीं रह गया। यह अब ‘गोदी आयोग’ बन गया है। अब चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी के एक अंग के रूप में, एक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है। प्रजातंत्र को बचाने के लिए, संविधान को बचाने के लिए, लोगों के वोट के अधिकार को बचाने के लिए राहुल गांधी और हम सभी यह यात्रा कर रहे हैं। एक चीज साफ है कि यह यात्रा ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर की जा रही है। चुनाव आयोग की विश्वसनीयता खत्म हो गई है।
