वर्तमान में प्राथमिक कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशन को अंतिम रूप देने और ट्रैक बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है. स्टेशन निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है. पटरी बिछाई जा रही है. संबंधित अधिकारियों ने बताया कि 6.2 किलोमीटर लंबे प्राथमिक कॉरिडोर का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है.मालही पकड़ी से वैरिया बस टर्मिनल को जोड़ेगा, जो सतह पर होगा. इसमें करीब 90% काम पूरा हो गया है. पटना जंक्शन से आइएसबीटी सेक्शन पर 88% काम पूरा हो चुका है. इसमें भूमिगत सेक्शन भी है.
वहीं राजेंद्र नगर से पटना जंक्शन, इसमें मेट्रो का डिपो व ट्रेनों की देखरेख के लिए जरूरी यार्ड भी बनाया जा रहा है. इसका 70.43% काम पूरा हुआ है. दानापुर कैंट से खेमनीचक, इसमें कुछ हिस्सा ऊपर व कुछ जमीन के नीचे है. इसमें करीब 61% काम पूरा हो गया है.
बिहार सरकार ने 15 अगस्त तक मेट्रो चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में प्राथमिक कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशन को अंतिम रूप देने और ट्रैक बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है. खेमनीचक स्टेशन के पास अतिक्रमण और एनएच-30 पर लगातार जाम जैसी समस्याएं निर्माण में रुकावट डाल रही हैं.इन्हें जल्द सुलझाने के लिए जिला प्रशासन व मेट्रो कॉरपोरेशन मिल कर प्रयास कर रहे हैं. पटना मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं.
सरकार की ओर से सिर्फ राजधानी पटना ही नहीं बल्कि अन्य 4 जिलों में भी मेट्रो ट्रेन चलाने की प्लानिंग है. गया में मेट्रो ट्रेन की बात करें तो, यहां सबसे लंबा 36 किलोमीटर का रूट बनाने की योजना है. इस रूट पर कुल 28 स्टेशन होंगे.मुजफ्फरपुर में करीब 21.5 किलोमीटर का रूट होगा. जिसमें कुल 20 स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला कॉरिडोर 13.85 किमी का होगा. जिसे हरपुर बखरी से रामदयालु तक बनाया जाएगा. इसमें 13 स्टेशन होंगे. तो वहीं, दूसरा कॉरिडोर 7.40 किलोमीटर का होगा.
दरभंगा में मेट्रो का रूट सबसे छोटा होगा. इस मेट्रो का रूट 18.8 किलोमीटर लंबा होगा. जिसमें 18 स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला कॉरिडोर 8.90 किलोमीटर का होगा. तो वहीं दूसरा कॉरिडोर 9.90 किलोमीटर का होगा. पहले कॉरिडोर में 8 स्टेशन बनेंगे. वहीं दूसरे कॉरिडोर में 10 स्टेशन होंगे.
