बिहार सरकार के मंत्री और वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी के तेवर दिनोंदिन गर्म होते जा रहे हैं.एक बार फिर उन्होंने बड़ा बयान दिया है.पार्टी विधायकों के बगावत करने के सवाल पर उन्होंने कह दिया है कि इसकी परवाह करता कौन है.जिसे जहां जाना है, जाए.उन्होंने चिराग पासवान का उदाहरण भी दिया. कहा कि बगावत से क्या हुआ.चिराग और मजबूत हो गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनके दम पर बिहार की सरकार चल रही है.कि निषाद को आरक्षण दे दें तो वे योगी जिंदाबाद और मोदी जिंदाबाद कहेंगे.वरना मुर्दाबाद ही कहते रहेंगे.
चिराग पासवान के चाचा और भाई ने की बगावत, तो क्या हुआ
मुकेश सहनी के निर्णय के साथ उनके विधायक हैं या नहीं, पूछने पर उन्होंने कहा कि इसकी परवाह उन्हें नहीं है.विधायक मजबूती से हैं और रहेंगे. लेकिन विधायक स्वतंत्र हैं.उन्हें जो निर्णय लेना है लें.लाेग आते-जाते रहेंगे.जिन्हें रहना है वे रहेंगे, जिन्हें जाना है जाएंगे.हम तो बनाने वाले हैं.बनाते रहेंगे.चिराग पासवान के तो चाचा और भाई ने साथ छोड़ दिया.लेकिन उससे क्या हो गया चिराग जी खत्म हो गए क्या, वे तो और मजबूत हो गए. इतिहास गवाह है कि जब किसी को आप खंजर घोंपेंगे तो उसका बदला लेगा.
मोदी की सरकार बनाने में भी रहा योगदान
नरेंद्र मोदी जी को लाने का काम हमने भी किया है.2014 और 15 में हमने उनका साथ दिया.आरक्षण के नाम पर ही 2019 में उनसे दूर हुआ.मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद को लेकर भी उन्होंने कहा कि यदि हम चाहते तो वे सांसद नहींं होते. हम अपनी विचारधारा को लेकर जी रहे हैं.आप लोगो को जो करना है कर लो.मेरे दम पर सरकार चल रही है.यदि मैं उस दिन पत्र नहीं देता तो बिहार में सरकार नहीं बनती.यदि ज्यादा दिक्कत है तो निकाल दें मुझे सरकार से.हमारे दम पर जी रहे हो.निकाल दो मुझे मंत्रिमंडल से.
कहते रहेंगे मोदी-योगी मुर्दाबाद
सन आफ मल्लाह मुकेश सहनी ने कहा कि वे हर हाल में आरक्षण लेकर रहेंगे.आके मोदी जी बोल दें कि जो मांग है वह सही नहीं है.बंगाल में, दिल्ली में निषादोंं को आरक्षण है तो बिहार और यूपी में क्यों नहीं. उनसे कहा जाता है कि मोदी-योगी जिंदाबाद कहें। वे क्यों क.आरक्षण दे दें जिंदाबाद कहेंगे, वरना हम मुर्दाबाद ही कहेंगे.बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में अलग लड़ रहे मुकेश सहनी यूपी की सरकार पर भी हमलावर रहते हैं.