बिहार के समस्तीपुर जिले के एक छोटे से मोहल्ले से निकलकर 17 वर्षीय रामजी राज ने वो कर दिखाया है, जो बड़े-बड़े साइबर जानकारों के लिए भी चुनौतीपूर्ण होता है. इंटरमीडिएट की परीक्षा इसी वर्ष पास करने वाले रामजी ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA की वेबसाइट में एक बड़ी तकनीकी कमी (साइबर वल्नरेबिलिटी) का पता लगाकर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस उपलब्धि के लिए उन्हें NASA की ‘Hall of Fame’ सूची में शामिल किया गया है.
रामजी राज समस्तीपुर जिले के पाहेपुर के रहने वाले हैं. उनके पिता राकेश कुमार वर्मा एक एनजीओ चलाते हैं और माता भी सामाजिक कामों में सक्रिय हैं. रामजी ने 2025 में CBSE बोर्ड से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है. वे एक एथिकल हैकर हैं और साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं.
कैसे मिला NASA से सम्मान
रामजी ने लोकल मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें साइबर तकनीकों में बचपन से दिलचस्पी रही है. वे कहते हैं, ‘मैं कई वर्षों से यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से लगातार सीख रहा था. इसी क्रम में मैंने पहले भी कई कंपनियों की वेबसाइट में तकनीकी कमियां खोजकर उन्हें ईमेल किया था और जवाब भी मिले थे. 14 मई की रात करीब 2 बजे मैं NASA की वेबसाइट देख रहा था.
तभी मुझे उसमें एक तकनीकी कमी नजर आई. तुरंत उसे पहचाना और उसके बारे में पूरी रिपोर्ट NASA को भेजी. 19 मई की दोपहर को NASA ने मेरी रिपोर्ट स्वीकार करते हुए कमी को सुधार लिया और आधिकारिक तौर पर मुझे ‘Hall of Fame’ में जगह दी.’
हो सकता था गलत इस्तेमाल
रामजी ने बताया कि यह कमी अगर समय पर नहीं पकड़ी जाती, तो इसका गलत इस्तेमाल कर कोई भी साइबर धोखा कर सकता था. इससे संस्था की छवि को भी नुकसान पहुंच सकता था. इसलिए उन्होंने तुरंत जिम्मेदारी निभाते हुए जानकारी भेजी. नासा ने भी अपनी कमी को स्वीकार किया और रामजी के तकनीकी ज्ञान को सराहा.
स्थानीय लोगों में खुशी
उनकी इस सफलता पर इलाके में खुशी की लहर है. पड़ोसियों और दोस्तों ने उन्हें बधाई दी है. रामजी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वे बताते हैं, लोग बहुत खुश हैं. वे बीते 2-3 साल से लगातार अभ्यास कर रहे थे और इस बार उनकी मेहनत रंग लाई. रामजी केवल हैकिंग तक सीमित नहीं हैं. वे स्थानीय पुलिस विभाग को भी समय-समय पर साइबर धोखाधड़ी से बचाव पर प्रशिक्षण देते हैं.
उनका उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोग साइबर जागरूक बनें और डिजिटल युग में खुद को सुरक्षित रखें. कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि ने रामजी को समस्तीपुर का गौरव बना दिया है. उनके जैसे युवाओं की प्रतिभा और मेहनत देश को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में और मजबूत बनाएगी.
