सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा में इंडो-नेपाल बॉर्डर से एक चाइनीज महिला को गिरफ्तार किया गया है। चाइनीज महिला के साथ तीन अन्य नेपाली और एक भारतीय नागरिक को भी हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई सोनबरसा बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवानों द्वारा किया गया है।
गिरफ्तार चाइनीज महिला से एसएसबी के वरीय अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। लेकिन चाइनीज महिला को न नेपाली, न ही हिंदी भाषा आती है। इसकी वजह से जांच में परेशानी हो रही है।
वाहन जांच के दौरान पकड़ी गई महिला
जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर सोनबरसा बॉर्डर से जा रहे कुछ लोगों से संदेह के आधार पर एसएसबी के जवानों ने पूछताछ की थी। इसी दौरान चाइनीज महिला की भाषा सुनकर जवानों ने उसे रोक दिया। उसके साथ रहे एक भारतीय और तीन नेपाली नागरिक को भी हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि सभी फोरव्हीलर पर सवार होकर भारतीय सीमा से नेपाल में प्रवेश कर रहे थे।
खुले रास्ते से घुसे थे सभी
महिला चीन के तिब्बत की रहने वाली है। उसकी पहचान 44 वर्षीय येक्की के रूप में की गई है। वह नेपाल के खुले रास्ते से ही भारत आई थी। लौटने के क्रम में उसे एसएसबी ने पकड़ लिया। जवानों से पूछताछ में बताया कि वह सभी गया जिले में आयोजित कालचक्र पूजा देखने गए थे।
चाइनीज महिला के साथ पूर्वी चंपारण जिले के गोविंदपुर निवासी वाहन मालिक सलाउद्दीन और नेपाल के रहने वाले विश्व कुमार लांबा, संजू लांबा और कमला लांबा को भी हिरासत में लिया गया है।
गृह मंत्रालय को दी गई सूचना
स्थानीय पुलिस के द्वारा इसकी सूचना गृह मंत्रालय को दी गई है। बताया गया कि जल्द ही स्पेशल विभाग की टीम के द्वारा महिला से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद मामला साफ किया जाएगा। फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
हाल ही में उज्बेकिस्तान की रहने वाली दो युवतियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास भारत का बीजा भी था, बावजूद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया था।