सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में एक ऐसा मामला आया जिसे सुनकर नीतीश कुमार हैरान रह गए. इसके बाद तुरंत राजस्व विभाग के मुख्य सचिन को फोन लगाया और कहा जल्द से जल्द इस मामले को देखिए. दरअसल सोमवार को नीतीश कुमार जनता दरबार में शामिल हुए थे. छठ और दीपावली के बाद पहली बार जनता दरबार का आयोजन किया गया था. इस दौरान जनता दरबार में कई फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे. मधुबनी से आए एक फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार से शिकायत की सीओ यानि अंचलाधिकारी दाखिल खारिज करने के पैसे मांग रहा है. नहीं देने पर कहता है कि ‘नहीं नहीं करेंगे दाखिलखारिज. पैसा दीजिए तभी दाखिल खारिज होगा. पैसा ऊपर तक जाता है’
फरियादी ने कहा कि हमने जब दाखिल खारिज करने के लिए पैसे नहीं दिए तब बाहर निकाल दिया और कहा कि ‘जाइए, नहीं करेंगे दाखिलखारिज. पैसा दीजिए तभी दाखिल खारिज होगा. पैसा ऊपर तक जाता हैमुख्यमंत्री तक नीचे से पैसा जाता है, डीएम साहब को पैसा जाता है. जहां जाना है जाइए.नहीं करेंगे दाखिल खारिज.’
पुलिस ने बेटे को गांजा के केस में फंसा दिया
वहीं एक महिला ने जनता दरबार में गुहार लगाई की पुलिस ने हमारे बेटे को गांजा के केस में फंसा दिया है. महिला ने सीएम से अपनी फरियाद में कहा कि हमने न्याय के लिए थाने से लेकर एसपी से न्याय की गुहार लगाई लेकिन न्याय नहीं मिला है. इसके बाद हम आपके पास आए हैं. महिला की शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने डीजीपी को फोन लगाकार कहा कि महिला की शिकायत है. इनकी शिकायत को सुनिए और आवश्यक कार्रवाई कीजिए.
35 साल से फरार है आरोपी
वहीं मधेपुरा से आये शख्स ने नीतीश कुमार से कहा कि हमारे पिता की हत्या हुई. अपराधी आज खुलेआम घुम रहा. पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही. फरियादी ने कहा-डेढ़ साल पहले उसके पिता की हत्या कर दी गई थी. हत्या करने वाले आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, वो पिछले 35 साल से फरार चल रहा है. आरोपी जनेश्वर यादव उसे भी धमकी दे रहा है. पिता की हत्या के डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसके बाद सीएम ने तुरंत अधिकारी को फोन लगाकर मामले का जल्द निपटारा करने का निर्देश दिया.