पटना: बिहारियों के संबंध में विवादित बयान देने वाले पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. एक तरह जहां उन्हें नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर उनके बयान से नाराज लोग उनपर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक कोर्ट में उनके खिलाफ परिवाद दायर कराया गया है. सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी द्वारा परिवाद दायर कराया गया है.
24 फरवरी को होगी अगली सुनवाई
इस संबंध में परिवादी तमन्ना ने बताया कि पंजाब के सीएम ने यूपी-बिहार के लोगों के लिए बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपी और बिहार के लोगों को पंजाब में घुसने नहीं देंगे. उनका ये बयान देश की एकता को तोड़ने वाला है. उनके इस बयान से लोगों के बीच भय का माहौल बन गया है. उन्हें चिंता सता रही है कि पंजाब में जो हजारों बिहारी काम करते हैं, उनके साथ कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है. उनका ये बयान यूपी-बिहार के लोगों को अपमानित करने और धमकाने वाला है. पंजाब उनकी जागीर नहीं है, इससे आहत होकर के यह परिवाद दायर कराया गया है.
सीएम चन्नी ने कही थी ये बात
दरअसल, चन्नी ने अपने संबोधन में कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश और बिहार के भैया राज्य में आकर शासन नहीं कर सकते.’’ इसी बात को लेकर बवाल मचा हुआ है. चन्नी के बायन पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पंजाब में बिहार के लोगों की कितनी बड़ी भूमिका है. बिहार के लोगों ने कितनी सेवा की है. हमें तो आश्चर्य लगता है कि ऐसी बात लोग कैसे बोल देते हैं.