सीतामढ़ीः बिहार के मुजफ्फरपुर में तीन दिन पहले अपराधियों की गोली से ढ़ेर सीतामढ़ी जिला का कुख्यात अपराधी अजीत राय भी खौफ का दूसरा नाम रहा है। अपराध जगत से उसका पुराना रिश्ता था। वह सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिला पुलिस के लिए सरदर्द रहा था। दो दिन पहले यानी शुक्रवार की देर शाम मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत डॉक्टर्स कालोनी में इस कुख्यात अपराधी को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह सीतामढ़ी जिले के महिंदवारा थाना क्षेत्र के गौसनगर गांव का रहने वाला था।
वर्ष 2006 में हुआ था चर्चित
बताया गया है कि अजीत राय वर्ष 2006 में अचानक तब चर्चा में आया था, जब उसने हाइस्कूल, छपरा में वर्चस्व की लड़ाई में बम विस्फोट किया था। मामले में मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर पुलिस ने उसे पहली बार गिरफ्तार किया था। वर्ष 2011 में आर्म्स एक्ट के तहत रुन्नीसैदपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी ओर जेल से बाहर आने के बाद उसने अपराध से नाता नहीं तोड़ा, बल्कि इससे जुड़ा रहा। देखते ही देखते वह सीतामढ़ी के बड़े अपराधियों की सूची में शुमार हो गया। बाद में उसके द्वारा किए गए अपराध की एक लंबी फेहरिस्त बन गई।
जेल से निकलने के बाद अपराध में तेजी
बताया गया है कि सीतामढ़ी मंडल कारा में बंद रहने के दौरान उसकी मुलाकात कटरा थाना क्षेत्र के धनौर गांव निवासी जुगनू सिंह से हुई। जेल से निकलने के बाद वह एक लाइन होटल चलाने लगा। इसी दौरान उसने ओलीपुर सरहचिया के व्यवसायी मृत्युंजय साह और महेशा फरकपुर पंचायत के तत्कालीन मुखिया रामबाबू साह से 20 लाख रूपये की रंगदारी मांगी। समौल शाहपुर चौक पर किराना व्यवसायी विजय कुमार चौधरी से 20 लाख और बुलंदपुर पंचायत के तत्कालीन मुखिया कामेश्वर राय उर्फ गोपाल जी राय से पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी।
अजीत पर थे हत्या के भी कई मामले
रुन्नीसैदपुर प्रखंड प्रमुख पूनम देवी के पति नवल किशोर राय से 10 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी। इस मामले में 21 जुलाई 2017 को उसे जेल भेजा गया था। कुख्यात जुगनू सिंह के साथ मीनापुर थाना क्षेत्र के मकसूदपुर स्थित लक्ष्मीपुर लाइन होटल पर कटरा थाना क्षेत्र के धनौरा गांव के मनोज सिंह और मिट्टू मिश्रा उर्फ मुकुंद मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने में अजीत राय का नाम आया था। मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कालीवाड़ी रोड में कुख्यात चुन्नू ठाकुर, मिथिलेश ठाकुर, गोविंद सिंह और अमित सिंह के साथ मिलकर स्कार्पियो पर सवार राम प्रवेश सिंह की हत्या गोली मार कर दी गई थी। इस केस में भी अजीत का नाम उजागर हुआ था।
अजीत राय पर दर्ज आपराधिक मामले
जानकारी के अनुसार, झारखंड के महुवा थाना पुलिस को भी अजीत राय की तलाश थी। उसके खिलाफ रुन्नीसैदपुर थाना कांड संख्या 534/14, धारा-385, 387, थाना कांड संख्या-27/15, धारा 385, 387 , थाना कांड संख्या- 48/15, धारा 385, 387, थाना कांड संख्या- 58/15, धारा- 385, 387, थाना कांड संख्या- 131/15, धारा 385, 387, थाना कांड संख्या 342/17, धारा 385, 386, 379, मीनापुर थाना कांड संख्या- 11/15, धारा- 302, 34, 27 आर्म्स एक्ट, महुदा (झारखंड) थाना कांड संख्या -13/25, धारा 308 (4),109,111,351,27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज हैं।
