सीतामढ़ी के एक निजी स्कूल ने शहीद के विधवा के बच्चों को स्कूल फीस नहीं भरने के कारण स्कूल से निकाल दिया था तब इस बात को संज्ञान में लेते हुए पूर्व सैनिक अनिल कुमार ने अपने पूर्व सैनिक एवं युवा समाजसेवी साथियों के सहयोग से शहीद के बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई लिखाई के लिए पहल किया। तब चिल्ड्रेन हैप्पी होम के निदेशक बिट्टू विश्वास झा ने पढाई एवं कॉपी कलम किताब के खर्च की जिम्मेवारी श्री राम स्टोर्स के संचालक पंकज कुमार उर्फ बबलू ने लिया था। यह दोनों बच्ची सीतामढ़ी जिला के बाजपट्टी प्रखंड रसलपुर गांव निवासी CRPF जवान शहीद प्रह्लाद बैठा की पुत्री है छोटी सी उम्र में सर से पिता का साया उठ गया पर अपने हौसला लगन मेहनत से प्रथम प्रयास में इस सफलता को प्राप्त कर एक मिशाल पेश किया है।
पति के अनुपस्थिति में चार बच्चों की मां शहीद की विधवा पुनम देवी द्वारा घोड़ आभाव में बच्चों का पालन पोषण करते हुए इस मुकाम पर पहुंचाना भी किसी जंग से कम नहीं शहीद का स्मारक स्थल रसलपुर गांव में आज भी प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार है। जिला के जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन इसके प्रति उदासीन है। पर शहीद की विधवा एवं बच्चों ने हौसला नहीं छोड़ा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संगठन द्वारा शहीद को सम्मान एवं इस परिवार को समुचित मुवावजे अधिकार बच्चों के पढ़ाई लिखाई के लिए युवा समाजसेवी साथीयों एवं पूर्व सैनिकों के साथ मिलकर मिडिया के सहयोग से लगातार प्रयास किया गया

अनिल कुमार ने बताया कि मुझे आज एक अद्भुत खुशी का एहसास हो रहा है। दोनों बच्ची एवं उनके परिजनों को बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं।रसलपुर के मुखिया प्रतिनिधि दिलीप कुमार के सहयोग से शहीद का स्मारक स्थल तो बन गया है पर शहीद की प्रतिमा अब तक न लग पाने का मलाल मुझे आज भी है पर इसके लिए भी हम आप सभी के सहयोग से प्रयासरत है उम्मीद है जल्द ही समाधान मिल जाएगा। बच्ची के इस उपलब्धि पर पूर्व सैनिक संगठन के सभी सदस्यों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
