सीतामढ़ी में बाघ को ढूंढने के लिए ड्रोन कैमरे का प्रयोग किया जा रहा है। बता दें कि एक तरफ जहां विभाग की टीम बाघ को पकड़ने के लिए घोड़े के शव पिंजड़े में रख बाघ के आने का इंतजार कर रही है। दूसरी ओर बाघ ने फिर से खरका गांव स्थित चिमनी के पास खेतों में चार से पांच सौ मीटर की दूरी के अंतराल पर तीन जंगली सूअर का शिकार किया है। बाघ ने एक जगह पर तीन जंगली सूअर को मार डाला है।ड्रोन कैमरे के माध्यम से बाघ को ढूंढ रही टीम
डीएफओ नरेश प्रसाद ने बताया कि घटनास्थल पर इतनी भीड़ उमड़ती है कि बाघ नहीं आ पता है। वहीं फॉरेस्ट विभाग की टीम लगातार माइकिंग कर लोगों को सतर्क कर रही है। बाघ पिछले दो दिनों से लगातार शिकार कर रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा खतरा महसूस हो रहा है। लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। प्रशासन जल्द इसे पकड़े। बता दें कि आज ड्रोन कैमरा मंगाया गया और ड्रोन कैमरा के माध्यम से बाघ को ढूंढा जा रहा है। घने झाड़ी में बाघ को ढूंढना खतरे से खाली नहीं है। इसके लिए ड्रोन कैमरा मंगाया गया है।9 दिनों में बाघ का तीसरा हमला
बता दें कि बाघ 9 दिन पहले 5 जनवरी की शाम को रीगा के रमनगरा के सरेह में काम कर रही दो महिलाओं पर पंजा से हमला किया था। इसके बाद बेतिया, पटना, मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी की टीम बाघ के पगमार्क के आधार पर उसे ढूंढ़ने का प्रयास करती रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। और 6 दिन बाद टीम वापस लौट गई।
उसी दिन रात में फिर से बाघ ने हमला कर दिया। घटना के बाद से लोगों में दहशत फैल गया। इस बार शिकार के बाद बाघ शहर से मात्र दो-तीन किमी की दूरी पर किया है। बाघ के शिकार के बाद झाड़ियों में छिप जाने की वजह और लोगों के सहयोग नहीं मिलने से फॉरेस्ट विभाग की टीम भी परेशान हैं।
सीतामढ़ी में बाघ की दहशत जारी है। इस बार बाघ ने 2 घोड़ों पर हमला किया है। हमले के बाद बाघ उनके शरीर का आधा हिस्सा खा गया। 6 दिन पहले यहां पर बाघ ने हमला किया था। दो महिलाएं खेत में काम रही थी, इसी दौरान बाघ ने पीछे से हमला बोल दिया। ग्रामीणों का दावा है कि गुरुवार को बाघ दो घोड़ों पर हमला कर उनके शरीर का आधा हिस्सा खा गया है। इस घटना के सामने आने के बाद एक बार फिर से ग्रामीणों के बीच बाघ की दहशत बढ़ गई है।