मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के गोपालगंज में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 24 नवंबर 2005 को हमारी सरकार बनी थी. हमने 20 सालों तक राज्य में कानून के राज को मजबूती से लाने पर काम किया. हमने विकास के लिए काम किया और इसमें ही लगे हुए हैं. हमारी सरकार से पहले क्या हालात थे? आपको याद है ना? हाल इतना बुरा था कि लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे.
आपलोगों को तो याद होगा, शाम में जब भी लोगों से मिलना होता था तो उनके घर के अंदर जाकर मिलते थे, क्योंकि लोग शाम के समय में अपने घरों से बाहर नहीं निकलते थे. नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में पिछली सरकारों के समय में कितना विवाद होता था. हिंदू-मुस्लिम झगड़ा भी तब ही दिखाई देता था. शिक्षा में भी देखें तो पहले बहुत कम बच्चे पढ़ते थे, क्योंकि पढ़ाई ही नहीं होती थी. इलाज का भी इंतजाम यहां कुछ बढ़िया नहीं था. सड़कें भी राज्य में कम थीं, जो सड़कें थीं भी उनका हाल बुरा था. बिजली भी नहीं थी.
हमारे आने से डर का माहौल हुआ खत्म
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जबसे हमारी सरकार आई है राज्य में डर का माहौल पूरी तरह से खत्म हो गया है. हमारी सरकार राज्य के विकास के कामों में लगी हुई है. मौजूदा समय में प्रेम-भाईचारा और शांति का माहौल है. पहले कितना हिंदू-मुस्लिम झगड़ा होता था. इसलिए हमारी सरकार आते ही साल 2006 से कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की गई. इतने सालों में बड़े पैमाने पर कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है. ऐसा करने से अब को झगड़ा-झंझट नहीं होता है.
नीतीश कुमार ने कहा कि इसके अलावा 60 साल से ज्यादा मंदिरों की घेराबंदी भी कराई गई. क्योंकि वहां पर भी बदमाश रात में हिंदू मंदिरों में घुसकर उत्पात मचाते थे. उन्होंने कहा कि 2016 के बाद डकैती की घटनाओं को रोकने के लिए भी ऐसा किया गया.
