रक्षा मंत्रालय में लिपिक रहते आईएसआई की महिला एजेंट ने उसे हनी ट्रैप किया और वह पहले प्यार के झांसे में और फिर ब्लैकमेलिंग में भारत के सरकारी कार्यालयों से गोपनीय जानकारी उसे भेजता रहा। वहां से हटा तो मुजफ्फरपुर के कटरा रजिस्ट्री ऑफिस में काम करने लगा, लेकिन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट अबतक उसके जरिए गोपनीय जानकारी हासिल कर ही रही थी। उसकी पहचान मुंगेर जिला के पूर्वी जमालपुर थाना के नया गांव विषहरी के रवि चौरसिया के रूप में हुई है। उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है। शुक्रवार शाम मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंत कांत ने प्रेस कांफ्रेस कर उसकी गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए उसके करतूतों की संक्षिप्त जानकारी दी।
केंद्रीय जांच एजेंसियों को गिरफ्तारी की जानकारी दी गई
एसएसपी ने बताया कि व्हाट्सएप और ईमेल की पड़ताल में पुलिस को पता चला कि रवि चौरसिया ने कई गोपनीय दस्तावेज आईएसआई एजेंट को भेजे थे। इसी आधार पर रवि को गिरफ्तार किया गया। अब पुलिस रिमांड पर लेकर उससे आगे की पूछताछ करेगी। एसएसपी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है। उसके मोबाइल के पुराने रिकॉर्ड को भी निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय विभाग में लिपिक था, तभी हनी ट्रैप हुआ
एसएसपी के अनुसार, रवि पहले भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में लिपिक था। यहां तोप और टैंक समेत अन्य रक्षा उपकरणों का निर्माण होता है। फेसबुक पर शानवी शर्मा (छद्म नाम) ने उसे प्रेम जाल में फंसाया। हनी ट्रैप के शिकार रवि ने पैसे के लालच में भी बहुत सारी खुफिया जानकारी महिला को दी। वह महिला आईएसआई की एजेंट और हैंडलर बताई जाती है।
पुलिस के अनुसार रवि को महिला के आईएसआई एजेंट होने की जानकारी मिल गई, फिर भी वह पैसे के लालच में खुफिया जानकारी उपलब्ध करा रहा था। कुछ लीड मिलने के बाद पुलिस ने उसकी हर तरीके से निगरानी शुरू की तो मामला खुला। अवर सेवा चयन परिषद में सफलता प्राप्त करने के बाद रवि ने कटरा प्रखंड मुख्यालय स्थित भू निबंधन कार्यालय में इसी साल 6 सितंबर को निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर योगदान दिया था।