ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा नहीं लेंगे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, ओवैसी ने कहा है, ”मैं मौत से नहीं डरता. मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए, मैं इसे अस्वीकार करता हूं. मुझे ‘ए’ श्रेणी का नागरिक बना दो. मैं चुप नहीं रहूंगा. कृपया न्याय करें…उन पर (हमलावरों पर) यूएपीए लगाएं.”
बता दें कि ओवैसी ने गुरुवार को बताया था कि उनकी गाड़ी पर 3-4 राउंड फायर हुए. उन्होंने कहा था कि यह घटना तब हुई, जब वह किठौर से दिल्ली लौट रहे थे.
इस मामले में हापुड़ पुलिस ने ट्वीट कर बताया था, ”थाना पिलखुवा (हापुड़) क्षेत्र से असदुद्दीन ओवैसी जी का काफिला गुजर रहा था, जिस पर 2 व्यक्तियों ने फायरिंग की है.”
इस बीच न्यूज एजेंसी PTI ने बताया है कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को ओवैसी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो द्वारा ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है.
”अगर एक ओवैसी मरेगा तो… लाखों पैदा होंगे”
असदुद्दीन ओवैसी ने हमारे वरिष्ठ सहयोगी अशोक सिंघल के साथ खास बातचीत की है और तमाम सवालों का जवाब दिया है. सुरक्षा लेने से जुड़े सवाल पर ओवैसी ने कहा, ”सुरक्षा कायम करना सरकार की जिम्मेदारी है. हमारा मानना यह है कि भारत के संविधान में राइट टू लाइफ एक फंडामेंटल राइट है. हमारी जान की कीमत पहलू खान, रकबर, इखलाक से बढ़कर नहीं है. आप जब सबको सुरक्षा देंगे तो हम एमपी को सुरक्षा मिलेगी. आप ये नहीं कह सकते कि हमारी जान की कीमत उन गरीबों से ज्यादा है.”
इसके आगे ओवैसी ने कहा,
”हमने ये कहा है कि कल जिन लड़कों ने गोली चलाई है, वो रेडिकलाइज हो चुके हैं… यूएपीए क्यों नहीं लगाया गया इनके ऊपर? जब एक तकरीर पर लग सकता है, जब एक फेसबुक पोस्ट पर, क्रिकेट मैच के ऊपर लग सकता है तो ये तो एक मौजूदा सांसद से जुड़ा मामला है. दिनदहाड़े गोलियां चलाई गईं.”
”सुनियोजित तरीके से रेकी की गई. उनको मालूम था कि उस टोल गेट के पास गाड़ियां रुकेंगी, स्लो हो जाएंगी. 6-7 फीट के फासले से हम अपनी मौत को देख रहे थे. ये और बात है कि अल्लाह ने हमको बचा लिया. मौत तो सबको आएगी, कोई नहीं बचेगा. लेकिन याद रखिए कि अगर आप गोली से किसी की आवाज दबाएंगे तो वो न तो देश के लिए अच्छा है, न सांसदों के लिए अच्छा है.”
जब ओवैसी से उनके भाषणों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”हम क्या बैंडबाजा की पार्टी हैं? हम क्या कोई म्यूजिक लगाकर नाचेंगे? आपको हमारी बात पसंद नहीं आती, अगर गैर-कानूनी, गैर-संवैधानिक है तो शिकायत करिए. क्या आप गोली चलाएंगे? ये ज्यूडिशियरी किस लिए है? पुलिस किस लिए है, नाचने के लिए है? आप कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते.”
हालांकि ओवैसी ने यह भी कहा है कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर बुलेट प्रूफ गाड़ी की मांग करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वह एक हथियार भी रखना चाहेंगे, लेकिन सरकार की सुरक्षा नहीं लेंगे और सावधानी बरतेंगे.