सीतामढ़ी में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी और कर्मियों का बीच-बीच में अजब- गजब खेला उजागर होते रहता है। कुछ माह पूर्व यह महकमा कर्मियों की अवैध बहाली को लेकर चर्चित हुआ था। दर्जन से अधिक कर्मी सेवा-मुक्त किए गए थे। यह वही महकमा है, जहां के सबसे बड़े अधिकारी यानी सिविल सर्जन रिश्वत लेते निगरानी के हत्थे चढ़े थे और न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे।
बहरहाल, ताजा मामला एक डॉक्टर और सीएचओ के बीच उत्पन्न विवाद का है। इस विवाद का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में दांत के डॉक्टर, सीएचओ यानी कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर को यह कह रहे हैं कि ‘मेरे बाप हो, जो तुम पूछोगे कि ड्यूटी पर क्यों नहीं आए।’
घटना का वीडियो वायरल
यह मामला बैरगनिया सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) का है। स्थानीय सीएचसी के दंत चिकित्सक डॉ. अभय कुमार और मुसाचक पंचायत में पदस्थापित सीएचओ रोहित कुमार के बीच विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस बाबत सीएचओ रोहित कुमार ने स्थानीय थाने और बीडीओ से डॉ अभय कुमार की लिखित शिकायत की है। बताया गया है कि सोमवार को सीएचसी में दंत चिकित्सक को ओपीडी करना था। वह समय पर नहीं पहुंच सके थे। इधर, सीएचसी में मीटिंग भी बुलाई गई थी। इसमें भाग लेने अभय कुमार भी पहुंचे थे। सीएचसी प्रभारी ने कुमार को ओपीडी की ड्यूटी कर देने का आग्रह किया। वे ड्यूटी करने लगे।
ओपीडी में अभय कुमार को देख खोया आपा
हालांकि बाद में दंत चिकित्सक डॉ अभय कुमार भी पहुंच गए। वे ओपीडी में सीएचओ रोहित कुमार को देख अपना आपा खो दिए। वे कुमार को भला बुरा कहने लगे। दोनों में विवाद होते रहा और कर्मी देखते और सुनते रहे। कोई भी कर्मी दोनों में बीच-बचाव नहीं कर सके। खबर मिली है कि दंत चिकित्सक ने अभय कुमार के साथ गाली गलौज की और उनपर कथित तौर पर डंडे भी चला दिए। वीडियो में चिकित्सक डंडे लिए दिख रहे हैं। इसी दौरान चिकित्सक डॉ अभय कुमार सीएचओ को काफी बातें कहने के साथ ही यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि “मेरे बाप हो, जो तुम पूछोगे की ड्यूटी पर क्यों नही आए।’
ड्यूटी पर विलंब से आने का कारण?
पीड़ित रोहित कुमार पुलिस और बीडीओ से, तो दंत चिकित्सक डॉ अभय कुमार अपने प्रभारी अब्दुल बहाव से अग्रसारित कराकर आवेदन दिए हैं, जिसमें लिखा है कि फुलवारिया घाट पर गाड़ी फंस जाने के कारण ओपीडी करने में विलंब हुआ। सीएचसी में आने पर रोहित ने उनसे बदसलूकी की और 24 घंटे में सबक सिखाने की धमकी दी। खबर मिली है कि विभाग के वरीय अधिकारी विवाद का पटाक्षेप कराने में लगे हुए हैं।