18वीं लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में आम सहमति नहीं बन पाई. इसके बाद विपक्ष ने के सुरेश को स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने इसके लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. वहीं, सत्ता पक्ष ने फिर से ओम बिरला को स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने भी पर्चा भर दिया है. कल यानी बुधवार को 11 बजे स्पीकर पद के लिए चुनाव है. दोनों के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद है. ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कौन हैं के सुरेश, जिन्हें विपक्ष ने स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया
कौन हैं 8 बार के लोकसभा सांसद के सुरेश?
के सुरेश का पूरा नाम कोडिकुन्निल सुरेश है. सुरेश केरल के मानेलिकारा से कांग्रेस के लोकसभा सांसद हैं. वो आठवीं बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. चुनाव में उन्होंने सीपीआई के अरुण कुमार सी ए को 10868 हजार वोट से हराया. के सुरेश को 369516 लाख वोट मिले जबकि अरुण कुमार 358648 लाख वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे. के सुरेश वर्तमान में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले लोकसभा सांसद हैं.
1989 में पहली बार जीता था लोकसभा का चुनाव
के सुरेश 1989 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने लगातार 1991, 1996 और 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की. 1998 और 2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर जीत दर्ज की. इसके बाद से वो लगातार जीतते रहे. 2014, 2019 और 2024 में जीत हासिल की.
2009 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत को केरल हाई कोर्ट ने अमान्य घोषित कर दिया था क्योंकि सुरेश पर आरोप लगा था उनका जाति प्रमाण पत्र फर्जी था और वह एक क्रिश्चियन थे. हालांकि, इस फैसले को बाद में सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था.
मनमोहन सरकार में रहे श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री
के सुरेश मनमोहन सिंह सरकार (28 अक्टूबर 2012 से 26 मई 2024) में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री भी रहे हैं. के सुरेश का जन्म तिरुवनंतपुरम जिले के कोडिकुन्निल में बेहद गरीब परिवार में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा तिरुवनंतपुरम से ही हुई है. के सुरेश एक लॉ ग्रेजुएट हैं. उन्होंने अपनी प्री-डिग्री की पढ़ाई तिरुवनंतपुरम के मार इवानियोस कॉलेज से की है जबकि कानून की पढ़ाई तिरुवनंतपुरम सरकारी लॉ कॉलेज से की है.