सीतामढ़ी। श्रद्धा व शांति के साथ नवरात्र का समापन हो गया। नौ दिनों से नवरात्र में मां दुर्गा की अलग अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना की गयी। गुरुवार को मां दुर्गा की विदाई देकर उनका विसर्जन कर दिया गया। नम आंखो से नदी, तालाब तट पर श्रद्धालुओं ने उनको विदायी दी। ज्यादातर मूर्तियों का विसर्जन गुरुवार की देर रात तक हो गया। वहीं पांच प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार को किया गया। इससे पूर्व पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा पंडाल व मंदिरों के साथ घरों में विसर्जन किया गया। मां से अपनी गलतियों की क्षमा मांगते हुए पूजा स्वीकार करने की प्रार्थना की।भक्तों
ने अगले वर्ष पधारने और जीवन में खुशियां भर देने की प्रार्थना की। बनाए गए थे कृत्रिम घाट नगर के मेहसौल चौक स्थित लखनदेई नदी में सभी मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया।विसर्जन स्थल पर डीएम व एसपी लगातार मॉनेटरिंग करते रहे। लखनदेई नदी में जिला प्रशासन द्वारा गोताखोर की व्यवस्था की गई थी। साथ ही नदी में एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद थी। मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर एसएसबी के जवान लगातार निगरानी करते रहे। कन्या पूजन किया एसएसबी के 20 बटालियन के पकटोला स्थित मुख्यालय में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। जिसमे मुख्य यजमान कमांडेंट गिरीश चंद्र पांडेय के नेतृत्व में पूजा सम्पन्न हुई। पूजा में एसएसबी के अधिकारियों व जवानों के परिवार शामिल हुए। नौवें दिन कन्या पूजन किया गया।
