आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी हलचल तेज है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतनराम मांझी ने रविवार (14 सितंबर) को बोधगया स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बड़ा बयान दिया है। मांझी ने साफ शब्दों में कहा कि इस बार उनकी पार्टी का मुख्य लक्ष्य मान्यता प्राप्त दल का दर्जा हासिल करना है।
जीतनराम मांझी ने कहा कि पार्टी बने हुए 10 साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सिर्फ एक निबंधित पार्टी ही है। इसे उन्होंने अपमानजनक बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार मान्यता प्राप्त दल बनने के लिए कम से कम 8 सीटों पर जीत और राज्य में कुल डाले गए वोटों में 6% वोट शेयर पाना जरूरी है।
इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मांझी ने NDA नेतृत्व से 15 विधानसभा सीटों की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी सीटों पर जीत संभव नहीं होती, इसलिए व्यावहारिक तौर पर पार्टी को इतनी सीटें मिलनी चाहिए। अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो वे 100 सीटों पर अकेले उम्मीदवार उतारेंगे और अपनी ताकत दिखाएंगे।
मांझी ने दावा किया कि हर विधानसभा क्षेत्र में 10 से 15 हजार वोटर उनके पक्ष में हैं। यह आधार उन्हें 6% वोट शेयर हासिल करने में मदद करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी की ताकत यह है कि बिना पैसा खर्च किए ही उनके कार्यक्रमों में भीड़ जुट जाती है, जबकि दूसरे दलों को इसके लिए भारी खर्च करना पड़ता है।
इसके साथ ही प्रेस वार्ता के दौरान मांझी ने अपने रुख को काफी आक्रामक और रणनीतिक बताया। उन्होंने साफ कहा कि NDA को यह समझना होगा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सिर्फ छोटी पार्टी नहीं है, बल्कि चुनावी गणित में अहम भूमिका निभा सकती है।
