त्रेतायुग में अकाल व सूखा पड़ने के बाद जब मां सीता का जन्म हुआ तो जमकर बारिश हुई। कुछ ऐसा ही संयोग शुक्रवार को देखा गया। विगत ढाई माह से अच्छी बारिश के लिए तरस रहे जिलेवासियों को शुक्रवार अच्छी बारिश देखने को मिली। भूमि पूजन के दौरान जैसे ही कलश मिट्टी के अंदर रखा गया, मूसलाधार बारिश शुरू हो गयी। यही नहीं जबतक कार्यक्रम चला बारिश नहीं रूकी। तेज बारिश के बीच कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। पंडाल भरने के बाद भी लोग सड़कों पर बारिश के बीच खड़ा होकर कार्यक्रम को देखा।
ईंट रखते ही अचानक से निकला पानी, भर गया कलश पुनौराधाम के महंत कौशल किशोर दास ने बताया कि भूमि पूजन के पश्चात कलश की पूजा हुई, इसके पश्चात ईंट रखी गयी। इसी दौरान उत्तर-पूर्व कोण से अचानक से पानी का वेग आया व कलशा आधा भर गया। यह देखकर कर सभी हैरान रह गए। इसके बीच तेज बारिश भी शुरू हुई। उन्होंने कहा कि आज आनंद का दिन है। कई महात्मा की तपस्या का फल मिला है। उन्होंने कहा कि आज किशोरी जी के भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ। उन्होंने कहा कि इस निर्माण में सभी से योगदान करने की अपील करते हुए सरकार को धन्यवाद दिया।
तेज बारिश में भी लोगों का उत्साह नहीं हुआ कम पूरे कार्यक्रम के दौरान तेज बारिश होती रही, लेकिन इसपर भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। बारिश में भींगते हुए बच्चे, बूढे, महिला-पुरूष ने पूरे कार्यक्रम को देखा। भूमि पूजन, शिलान्यास कार्यक्रम के साथ ही ट्रेन को हरी झंडी दिखायी गयी, सभी को देखा। गृहमंत्री, मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम सहित अन्य मंत्री व नेताओं के भाषण को शांति से सुना। तेज बारिश के दौरान लोग उससे बचने के लिए होर्डिंग व बैनर का सहारा लिया। सड़क किनारे लगे नेताओं के बैनर को उखाकर उससे खुद को भिंगने से बचाया।
लोगों के भीड़ के आगे जगह पड़ गयी कम, सड़कों व बाउंड्री पर चढ़कर देखा कार्यक्रम भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम को देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ी थी। भीड़ का अंदाजा इसी से लग रहा था कि पूरा पंडाल भरने के बाद लोग कार्यक्रम को देखने के लिए तेज बारिश में सड़क किनारे खड़े हो गए। कुछ लोग बाउंड्री पर चढ़कर बारिश के बीच पूरे कार्यक्रम को देखा व नेताओं के भाषण को सुना। लोगों के भीड़ के आगे जगह कम पड़ गयी। कार्यक्रम समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम या फिर मंत्री हो, इनके काफिला को निकलने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।
लोगों के भीड़ के आगे गाड़ियां रेंगती नजर आयी। लोगों में उत्साह, एतिहासिक पल के साक्षी बनने की थी जिद सीतामढ़ी। पुनौराधाम में भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर लोगों में गजब का उत्साह था। पुनौरा व शहर के साथ ही आसपास के प्रखंड व दूसरे जिले से भी लोग इस एतिहासिक पल के साक्षी बनने के लिए आए थे। विपरित मौसम के बावजूद लोगों की जिद की वजह से उन्हें यह मौका दिया। तेज बारिश के बीच उन्होंने मां सीता के भव्य मंदिर निर्माण के रखी गयी आधारशिला के साक्षी बने।
