पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मंगलसूत्र’ वाली टिप्पणी को लेकर कटाक्ष करते हुए बुधवार को दावा किया कि बढ़ती कीमतों के कारण ज्यादातर महिलाएं सोना खरीदने में सक्षम नहीं हैं। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को नोटबंदी के बाद हुई कठिनाइयों और पुलवामा आतंकी हमले और सीमाओं पर चीनी सैनिकों के साथ झड़पों, कोरोना महामारी के दौरान हुई मौतों की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को हमें बताना चाहिए कि कोरोना के प्रकोप के दौरान नोटबंदी के बाद, पुलवामा आतंकी हमलों और सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ झड़पों में इतनी सारी महिलाओं से मंगलसूत्र छिन जाने के लिए कौन जिम्मेदार है।’
महिलाएं अब कैसे खरीदें सोना?- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘चुनाव मुद्दों के बारे में होना चाहिए। मंगलसूत्र के बारे में बात करने का क्या मतलब है, जब सोना इतना महंगा हो गया है कि ज्यादातर महिलाएं इसे खरीद ही नहीं सकतीं।’ उन्होंने विश्वास जताया कि राजद और उसके सहयोगी बिहार में उन सभी पांच सीटों पर जीतेंगे, जहां दूसरे चरण में मतदान होना है। तेजस्वी ने कहा, ‘इन चुनावों में केवल दो ताकतें एक-दूसरे के सामने हैं। एक तरफ एनडीए है जो संविधान के लिए खतरा है, दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है जो संविधान बचाना चाहता है। यदि आप इंडिया गठबंधन के साथ नहीं हैं तो आपको एनडीए के साथ माना जाएगा।’
पप्पू यादव को लेकर तेजस्वी परेशान!
यादव की यह टिप्पणी स्पष्ट रूप से पूर्णिया के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के संदर्भ में थी जो कांग्रेस द्वारा इस सीट से पार्टी का टिकट देने से इनकार करने के बाद निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरे हैं। इस सीट पर राजद ने जदयू से पाला बदलकर आईं बीमा भारती को चुनावी मैदान में उतारा है। राजद नेता पप्पू यादव का नाम लिए बिना उनपर भाजपा की ‘बी टीम’ होने का आरोप लगाते रहे हैं।
नड्डा अपने साथ ले जाते हैं कैश भरे बैग- तेजस्वी
तेजस्वी यादव से भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा उनके पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर किए गए कटाक्ष के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पलटवार करते हुए दावा किया, ‘मेरे पास उनके (नड्डा) के बारे में विश्वसनीय जानकारी है। वह जहां भी जाते हैं, नकदी से भरे पांच बैग अपने साथ ले जाते हैं जिन्हें मतदाताओं को रिश्वत देने के लिए वितरित किया जाता है। विभिन्न एजेंसियों द्वारा उनकी सहायता की जा रही है। इसकी जांच होनी चाहिए।’