बिहार (Bihar) भारत का एक ऐसा राज्य है जिसने भारत (India) को एक विशिष्ट पहचान दी है। हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस (Bihar Day) मनाया जाता है। 1912 में अंग्रेजों ने बिहार को बंगाल से अलग कर उसे नई पहचान दी और 2023 में बिहार अपने गठन के 111 साल पूरे कर रहा है। बिहार दिवस पर हर साल बिहार में पब्लिक हॉलि-डे होता है। पूरे बिहार में बिहार दिवस को लेकर उत्साह रहती है। इस दिवस पर बिहार सरकार (Government of Bihar) की ओर से राज्य में कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजन किए जाते हैं।
बिहार दिवस की शुरुआत नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर की गई थी। बिहार दिवस भारत के अलावा, अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बहरीन, सहित देशों में मनाया जाता है। इस बार बिहार दिवस का धूम दुबई में भी दिखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार दिवस के मौके पर दुबई में बिहारी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। दुबई के कार्यक्रम में बिहार और दुबई की कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहेंगी।
इस दिन पब्लिक हॉलि-डे
बिहार में हर साल बिहार सरकार 22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में मनाए जाने वाले पब्लिक हॉलि-डे की घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी करती है। यह अवकाश राज्य और केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के सभी कार्यालयों और कंपनियों पर लागू होता है और स्कूलों में भी इस दिन को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके मनाया जाता है जिसमें छात्रों द्वारा भाग लिया जाता है।
महात्मा गांधी द्वारा पहला सत्याग्रह
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा किया जाने वाला पहला सत्याग्रह भी बिहार के चंपारण से शुरू हुआ था। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बिहार का योगदान कितना महत्वपूर्ण था, यह सब जानते हैं। जहां 1857 की क्रांति में वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों में भय का माहौल पैदा कर दिया था।
बिहार का राज्य गीत
“मेरे भारत के कंठहार, तुझको शत्-शत् वंदन” बिहार का राज्य गीत है। इस गीत को ऑफिशियल तौर पर मार्च 2012 में अपनाया गया था। इस राज्य गीत को सत्य नारायण द्वारा लिखे गए थे और संगीत हरि प्रसाद चौरसिया और शिवकुमार शर्मा द्वारा रचित था। इस गीत को शब्द दिए हैं मशहूर कवि सत्यनारायण ने।
साल 2016 में शराबबंदी
बिहार राज्य में साल 2016 में शराबबंदी लागू की गई थी। 26 नवंबर 2015 को, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि 1 अप्रैल 2016 से राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
बिहारी जायका
चना घुगनी, दाल पीठा, खाजा, लिट्टी-चोखा, माल पुआ, मनेर लड्डू, मटन और रेशमी कबाब, ठेकुआ, पेड़किया।