बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों द्वारा डबल वोटिंग के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद, संघ विचारक और पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए, सिन्हा ने इसे ‘झूठ और प्रपंच’ की राजनीति बताया और मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी है.
आप नेता सौरभ भारद्वाज और अन्य विपक्षी दलों ने दावा किया था कि सिन्हा ने दिल्ली और बिहार दोनों विधानसभा चुनावों में मतदान किया है, जिसे उन्होंने “वोट चोरी का प्रमाण” बताया.
एक बयान जारी करते हुए, राकेश सिन्हा ने इन आरोपों पर सीधा हमला किया. “आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक नैतिकता और संवैधानिक नैतिकता इतनी गिर गई है कि झूठ और प्रपंच का सहारा ले रही है. वह मुझ पर आरोप लगा रही है कि मैंने दिल्ली में वोट करके फिर बिहार में वोट दिया है. उन्हें संविधान के नियमों को शायद नहीं जानते.”
‘नाम ट्रांसफर’ का दिया प्रमाण
सिन्हा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने नियम का पालन किया है और अपने मतदाता पंजीकरण को विधिवत रूप से बदलवाया है. उन्होंने कहा, “पहले दिल्ली की मतदाता सूची में मेरा नाम था और मैंने वहां की मतदाता सूची से नाम हटाकर अपनी पुश्तैनी गांव जो बिहार के बेगूसराय के मन सेरपुर में है… वहां की मतदाता सूची में मैंने अपना नाम डलवा दिया और मेरा देश की मतदाता सूचियों में से सिर्फ बिहार की मतदाता सूची में नाम है.”
उन्होंने जोर देकर कहा कि मनसेर पुर उनका स्थायी पता है, जहां उनका घर और खेती है. सिन्हा ने बिना तथ्यों को जांचे आरोप लगाने के लिए आप और कांग्रेस की कड़ी निंदा की और कानूनी कार्रवाई की धमकी देते हुए कहा, “बिना तथ्यों को जांचे बिना, जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर आरोप लगाए हैं मैं उसकी सिर्फ निंदा ही नहीं करता हूं बल्कि मैं कहता हूं कि इसके लिए मैं उन पर मानहानि का मुकदमा भी कर सकता हूं.”

