उत्तर प्रदेश के बलिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह (Surendra Singh) ने पार्टी से बगावत के बाद मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी का दामन थाम लिया है. वीआईपी पार्टी में शामिल होने के बाद बगावती सुर में सुरेंद्र सिंह ने दावा किया इस विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी, सपा और बसपा कि बलिया के दोआब क्षेत्र में जमानत जब्त हो जाएगी. टिकट कटने के बाद बीजेपी से बगावत करने वाले सुरेंद्र सिंह ने अमित शाह को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि वह 11 फरवरी को अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
दरअसल बलिया के बैरिया विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के चर्चित विधायक सुरेंद्र सिंह अपने बगावती तेवर के लिए जाने जाते हैं. सुरेंद्र सिंह के बगावती सुर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी की सरकार पर कई बार सवालिया निशान खड़े किए. शायद सुरेंद्र सिंह की बगावत का ही नतीजा रहा कि बीजेपी ने इस बार के चुनाव में उनका टिकट काट दिया और बलिया सदर से विधायक और योगी सरकार के राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को उम्मीदवार बना दिया.
नई पार्टी ज्वाइन करने के बाद सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जिसे बलिया की धरती ने रिजेक्ट कर दिया था. उसे दोआबा क्षेत्र के लिए बीजेपी ने सेलेक्ट कर लिया. सुरेंद्र सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मैंने जीवन में कभी भी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया है. जीवन में मृत्यु का वरण कर सकता हूं, लेकिन अपने जीते जी अपने स्वाभिमान को नीलाम होने नहीं दूंगा.
सुरेंद्र सिंह ने अमित शाह पर भी साधा निशाना
इस दौरान सुरेंद्र सिंह ने अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘मैं संदेश दूंगा कि दिल्ली में बैठने वाले अमित शाह और एसी कमरे में बैठकर निर्णय करने वाले वाले लोगों मैं दिखाऊंगा कि दोआबा की धरती पर भारतीय जनता पार्टी, सपा और बसपा तीनों का जमानत जब्त करूंगा. दोआबा की धरती से यह संदेश दिया जाएगा कि जो गरीबों के दिलों में राज करता है. वही समाज में और विधानसभा में भी राज करता है.’