बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि आजादी के लंबे समय के बाद इस बिहार में लगातार कांग्रेस पार्टी की सरकार रही. कांग्रेस के बाद बीच-बीच में मेरी सरकार भी बनी. उसके बाद राजद की सरकार 15 वर्षों तक चली, और उसके बाद से अब तक NDA गठबंधन की सरकार चल रही है. मंत्री ने कहा कि सभी को पता है कि हाल ही में बिहार सरकार ने जातीय जनगणना कराई थी. जातीय जनगणना में स्पष्ट हुआ कि भारतीय जनता पार्टी का मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है.
उन्होंने कहा कि आरजेडी को बिहार में सत्ता मिलने पर अति पिछड़ों को सम्मान नहीं मिला और उनका अधिकार नहीं दिया गया. तेली समाज के बड़े नेता और बिहार तेली समाज के अध्यक्ष रणविजय विजय साहू ने भी राजद की मानसिकता को उजागर किया है, जो महागठबंधन का इतिहास दर्शाती है. तेजस्वी यादव पिछले पिछड़ा वर्ग की वोट को कर्पूरी ठाकुर के नाम से लेने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि उनके पिता लालू यादव ने हमेशा कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया.
NDA सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देकर सम्मानित किया. कांग्रेस के शासन में लगभग 35 वर्षों तक फाइलें धूल फांक रही थीं. कर्पूरी ठाकुर जी के नाम पर आज NDA सरकार बिहार का विकास कर रही है. सभी जिलों में कर्पूरी ठाकुर छात्रावास स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को शिक्षा और छात्रवृत्ति की सुविधा मिल सके. पिछले 20 वर्षों से बिहार की वर्तमान सरकार सभी का सम्मान कर रही है, वहीं चुनाव आते ही महागठबंधन पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की बात करने लगता है.
उन्होंने कहा कि लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजनीति कर रहे हैं. आरजेडी जब भी सत्ता में आएगी, गैर यादव, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित या मुसलमान में से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनेगा. 14वें संविधान संशोधन के तहत भारत सरकार ने सभी राज्यों को पंचायती राज व्यवस्था लागू करने को कहा था. उस समय हमने लालू जी को बताया कि बिहार में आरक्षण का प्रावधान पंचायती राज के तहत लागू किया जाना चाहिए. लेकिन तब लालू जी ने हमारी बातों को नजरअंदाज किया.
2005 में जब गैर कांग्रेस और गैर राजद की सरकार बनी, तब हमने सत्ता में आकर विधानसभा में बिल लाकर अति पिछड़ों के लिए 20% आरक्षण लागू किया. लालू जी ने इतने ध्यान देकर राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया. नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद छोड़ने पर जितन मांझी को मौका मिला. लालू जी के 15 साल के शासनकाल में अति पिछड़ा, दलित और आदिवासी वर्ग को आरक्षण का लाभ नहीं मिला.
आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री ओबीसी वर्ग से नरेंद्र मोदी बने. हरियाणा, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में भी ओबीसी वर्ग के मुख्यमंत्री बने. भाजपा ने भारत की पहली आदिवासी और महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने का कार्य किया. इसी प्रकार, उपराष्ट्रपति के लिए C.P. राधा कृष्ण को समर्थन दिया.
मोदी सरकार ने सरकारी नौकरियों में OBC का प्रतिनिधित्व 35% तक पहुंचाया. विभिन्न योजनाओं के तहत पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग को बड़ी संख्या में लाभ मिल रहा है. पूरे देश में जाति जनगणना भी जल्द पूरी होने जा रही है. 2006 से बिहार में पंचायतों और नगर निकाय पदों पर पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने का काम किया गया. बिहार देश का पहला राज्य बना जिसने इस तरह का कार्य किया. NDA सरकार हमेशा समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखती रही है
मंत्री प्रेम कुमार ने अंत में कहा कि तेजस्वी यादव जो बातें कर रहे हैं, उनमें बिहार की जनता आने वाले समय में विश्वास नहीं करेगी. राजद के लोग केवल सपने देख रहे हैं, जो पूरे नहीं होंगे. बिहार की जनता आज मोदी और नीतीश के साथ, सभी पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग सहित, बीजेपी और NDA के साथ खड़ी है.
