सीतामढ़ी जिले में बीते 3 महीने में 5 लोगों की हत्या कर दहशत में आया ‘सिग्मा एंड कंपनी’ गैंग का दिल्ली में खात्मा हो गया। इसके बाद से आम लोगों के अलावा पुलिस एवं व्यापारी ने भी राहत महसूस कर रहे हैं। लोग सीधे तौर पर भले कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई पर खुशी जता रहे हैं। वहीं, पुलिस पदाधिकारी भी गैंग के खात्मे से सुकून महसूस कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ‘सिग्मा एंड कंपनी’ गैंग के कारण ने दहशत में जी रहे थे।
मालूम हो कि बुधवार देर रात दिल्ली के रोहिणी इलाके में बिहार और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरोह के मुखिया रंजन पाठक और उसके तीन शागिर्द अमन ठाकुर, विमलेश महतो और मनीष पाठक एनकाउंटर में ढेर हो गए। बताया जा रहा है कि सभी बदमाश चुनाव के दौरान किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए जुटे थे।
सूत्रों का कहना है कि ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष की हत्या के बाद पुलिस की तकनीकी टीम गिरोह की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। लोकेशन ट्रेस होते ही पुलिस टीम ने सभी की घेराबंदी की और जवाबी फायरिंग में चारों ढेर हो गए। सूत्र का कहना है कि जिले में बीते तीन महीने में हुई पांच हत्याएं व रंगदारी के दो मामलों में सिग्मा एंड कंपनी गैंग शामिल था।
18 जुलाई को बाजपट्टी थाना क्षेत्र में आदित्य कुमार की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। 21 अगस्त को डुमरा में रेलवे गुमटी के समीप परोहा पंचायत की मुखिया के देवर मदन कुशवाहा की सुपारी लेकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।26 सितंबर की सुबह डुमरा के लगमा स्थित अपने दरवाजा पर कार साफ कर रहे ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष राममनोहर शर्मा उर्फ गणेश शर्मा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के तीसरे ही दिन गिरोह ने 1.70 लाख रुपये की सुपारी लेकर चोरौत में सीएसपी संचालक श्रवण कुमार की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी।
ताबड़तोड़ हत्याओं के बाद पुलिस के एक्टिव होते ही गिरोह के शातिर सुरक्षित ठिकाने से सीतामढ़ी जिले के बड़े व्यवसायियों एवं नेताओं से रंगदारी मांगकर दहशत पैदा कर दी थी। सूत्र बता रहे हैं कि 13 अक्टूबर को रंजन पाठक गिरोह ने गाढ़ा थाना क्षेत्र के एक व्यवसायी से 45 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और नहीं देने पर हत्या की धमकी दी थी।
ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष की हत्या के बाद किया था खुला कबूलनामा
ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष राममनोहर शर्मा उर्फ गणेश शर्मा की हत्या के बाद पहली बार ‘सिग्मा एंड कंपनी’ के नाम से सोशल मीडिया पर पर्चा जारी किया गया था। इसमें सार्वजनिक तौर पर गणेश की हत्या की जिम्मेदारी ली गई थी।
साथ ही, हत्या के पीछे का पूरा बायोडाटा भी जारी किया गया था। इसमें कंपनी का संस्थापक शशि कपूर झा को बताया गया था। हालांकि, ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व अध्यक्ष की हत्या में शशि कपूर झा के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई गई थी, जिसके बाद से वह फरार है।

