बिहार के बेतिया का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल बीपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद ज्वाइनिंग लेटर मिलने पर एक महिला टीचर जब ज्वाइनिंग के लिए पहुंची तो वहां उसे स्कूल की जगह एक झोपड़ी मिली.
इस वीडियो के सामने आने के बाद बेतिया में शिक्षा विभाग के दावों की पोल खुल गई है. बीपीएससी परीक्षा पास कर नियुक्त हुई महिला टीचर ने झोपड़ी में योगदान दिया. वहां पहुंचने पर पता चला कि बच्चों को पढ़ाने के लिए भवन तक नहीं है. उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिली.
महिला टीचर ने खुले आसमान में नीचे जमीन पर बैठकर रजिस्टर पर सिग्नेचर कर उस स्कूल को ज्वाइन किया. वहीं इस दौरान उसके अगल-बगल में कुछ शिक्षक खड़े दिखाई दे रहे हैं.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद बिहार में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. यह पूरा मामला बैरिया प्रखंड के सूरजपुर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय का है.
गोबरैया गांव दियारा इलाके (नदी के किनारे वाला क्षेत्र) में स्थित है जहां इस स्कूल में कोई इमारत नहीं है. इस विद्यालय में बीपीएससी से नियुक्त शिक्षक योगदान देने के लिए गए थे. उन्हें जमीन पर बैठकर एक झोपड़ी में योगदान देना पड़ रहा है. अब इस स्कूल का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने प्राइमरी शिक्षक भर्ती 2023 फेज-II के ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं. कक्षा 1 से 5वीं तक के शिक्षकों की आवेदन प्रक्रिया 16 नवंबर से शुरू हो चुकी है. इच्छुक और योग्य उम्मीदवार बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती अभियान के माध्यम से 9000 से ज्यादा खाली पद भरे जाएंगे.