बिहार के गोपालगंज से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां बेटी की मौत से आहत होकर एक परिवार के तीन लोगों ने ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. मारने वालों में पिता के साथ उसके दो जवान बेटे हैं. इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया.
बताया जा रहा है कि रामसूरत महतो की बेटी सुभावती कुमारी ने दो दिन पहले ही बीमारी के कारण दम तोड़ा था. जिसकी वजह से पूरा परिवार परेशान था उसके बाद रामसूरत महतो ने अपने बेटे सचिन और दीपक के साथ चंदन टोला के पास थावे-छपरा पैसेंजर ट्रेन से कटकर जान दे दी. गांव के मुखिया, सरपंच और ग्रामीणों के मुताबिक रामसूरत का परिवार बेटी की बीमारी से बेहद परेशान था. लकवे का इलाज करने में वो सब कुछ गंवा बैठा था.
पिता और दो बेटों ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
ग्रामीणों का कहना है कि रामसूरत महतो के परिवार में अब कोई बचा नहीं है. जो घटना की सही वजह बता सके. क्योंकि उसकी पत्नी की पहले ही बीमारी से मौत हो गई थी. एक बेटा दिव्यांग था और दूसरा बेटा सूरत में काम रहा था. जिससे पूरे परिवार का भरण पोषण चलता था. पूरे गांव में इस घटना की चर्चा हो रही है. रामसूरत अक्सर कहता था कि जिस दिन बेटी मरेगी उसी दिन हम सभी भी मर जाएंगे.
बेटी की मौत से आहत होकर परिवार ने की खुदकुशी
स्थानी ग्रामीण कंचन कुमार ने बताया कि बेटी तीन दिन पहले मर गई थी. जिसका शव अब भी घर पर ही पड़ा है. इसी हताश में पिता ने अपने दोनों बेटों के साथ खुदकुशी कर ली. उसकी बेटी और बेटा दिव्यांग था. जबकि दूसरा सूरत में काम करता था और परिवार का भरण-पोषण करता था. एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.