बिहार उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दरभंगा में कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को अपशब्द कहे जाने की घटना की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक घटना में किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री का अपमान हुआ है. यह देश की संवैधानिक व्यवस्था और लोकतांत्रिक गरिमा की अवमानना है. ये राजनीति को ‘ट्रोल आर्मी’ की भाषायी हिंसा तक सीमित करना चाहते हैं. बिहार सहित पूरे देश की जनता इस अराजक व्यवहार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.
सिन्हा ने कहा कि यह घटना कांग्रेस और उसके सहयोगियों चाल और चरित्र की बानगी है. इन्होंने सत्ता में रहते हुए गणतंत्र को गाली तंत्र बनाने का ही काम किया है. इनके नेता अन्य दलों, यहां तक कि अपने परिवार से बाहर के लोगों को हीन समझकर अपमानजनक बात-व्यवहार करते रहे हैं. राहुल गांधी खुद भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मुलाकात के दौरान कुत्ते को दिया जाने वाले बिस्कुट ऑफर करते रहे हैं.
फ्रस्ट्रेशन में विपक्ष कर रहा है गाली-गलौज: हम पार्टी
हम (से.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार सरकार के मंत्री डॉ संतोष सुमन ने कहा है कि फ्रस्ट्रेशन में राहुल गांधी और विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गाली-गलौज व अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहा है.
सुमन ने कहा कि राजद-कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष फ्रस्ट्रेट हो चुका है. मुजफ्फरपुर में जिस तरह से राहुल गांधी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक दायित्वों की मर्यादा को तार-तार करते हुए देश के प्रधानमंत्री के लिए तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण था. बिठौली के भावी उम्मीदवार मो नौशाद के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर किया गया गाली-गलौच विपक्ष की हताशा को दर्शाता है. राहुल गांधी सहित पूरा विपक्ष सत्ता के लिए अपना मानसिक संतुलन खो चुका है, यह सत्ता की हवस की सनक है.
वंचितों के उत्थान का माध्यम है सत्ता: जदयू
जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता डाॅ निहोरा प्रसाद यादव ने कहा कि सत्ता का असली उद्देश्य विकास, लोककल्याण और वंचितों के जीवन स्तर में सुधार लाना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों में इसे सच्चे अर्थों में निभाया है. इसी का परिणाम है कि आज बिहार में वंचितों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के विकास हेतु अनेक योजनाएं और परियोजनाएं सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता को व्यक्तिगत स्वार्थ या पारिवारिक लालच की राजनीति में कभी नहीं बदलने दिया, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, उद्योग और सामाजिक न्याय जैसे क्षेत्रों में कदम उठाकर बिहार को नए मुकाम पर पहुंचाने का काम किया.
आज बिहार में लड़कियों की शिक्षा से लेकर किसानों की मदद, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर और गरीबों के जीवन स्तर सुधारने तक हर पहल सत्ता के सही उपयोग की पहचान है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच में सत्ता हमेशा जनहित और विकास से जुड़ा रहा है.
इसके विपरीत, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने सत्ता को केवल अपने व्यक्तिगत हितों और पारिवारिक लाभ का माध्यम बनाया. इन लोगों के शासन का इतिहास सिर्फ भ्रष्टाचार, लूट-खसोट और घोटालों से भरा पड़ा है. सत्ता को इन्होंने अपने लिए धन और ऐशो-आराम का साधन बनाया, जनता के लिए नहीं. जनता जान चुकी है कि सत्ता किसके हाथ में सुरक्षित है. नीतीश कुमार की सरकार ने हर वर्ग का उत्थान किया है, जबकि विपक्ष ने सिर्फ वादे किए हैं.
एनडीए की आंधी में ध्वस्त होगा विपक्ष: जदयू
गुरुवार को बरारी विधानसभा में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बीते 20 वर्षों की ऐतिहासिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पुनः बिहार की बागडोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपने के लिए पूरे तन-मन और समर्पण भाव से एकजुट होकर जुटें.
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बीते दिनों राजनीतिक पर्यटन पर निकले दो युवराज सीमांचल की चमचमाती सड़कों पर बुलेट की सवारी का आनंद लेते दिखे. यह वही सड़कें हैं, जो कभी गड्ढों और बदहाली के कारण बदनाम थीं। आज यह बदलाव नीतीश कुमार के सुशासन और विकास नीति की देन है। एक समय ऐसा भी था जब लोग बुलेट खरीदने से डरते थे.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीते दो दशकों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास की अवधारणा को ज़मीन पर उतारते हुए समाज की अंतिम पंक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाई है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार दोगुनी रफ्तार से प्रगति कर रहा है. यह दौर प्रदेशवासियों के लिए एक स्वर्णिम अवसर है, जो आने वाले समय में विकसित बिहार के सपनों को साकार करेगा. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस नीतीश कुमार की नीति और दृष्टि को पूरे देश, दुनिया ने सराहा है, उसी पर नकल का आरोप वह व्यक्ति लगा रहा है, जो न पढ़ाई में सफल हुआ और न क्रिकेट में. उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रामक और फरेबी लोगों की बातों में जनता कभी नहीं फंसेगी.
PM के खिलाफ आपत्तिजनक बयान बर्दाश्त नहीं: नित्यानंद राय
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के समर्थको द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दोनों पार्टियों को कटघरे में खडा करते हुए बिहार और देश के लोगों से माफी मांगने की मांग कि और कहा कि बिहार के लोग यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के मंच से प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी की जाए.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह विपक्ष के नेता बनने के लायक नहीं है क्योंकि जिस मंच से प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की जाए और उसको लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की तरफ से माफी नहीं मांगना यह बताता है कि राहुल गांधी और तेजश्वी यादव वोटर अधिकार यात्रा के नाम पर देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं. इतना ही नही विरोधी दल के लोगों ने वोटर अधिकार यात्रा को गाली गलौज करने का मंच बना कर रख दिया है.
नित्यानंद राय ने कहा कि आजकल राहुल गांधी और तेजस्वी संविधान की कॉपी जेब में लेकर घूम रहे हैं लेकिन इनलोगो ने संविधान को मजाक बना कर रख दिया है. क्या राहुल गांधी को नहीं मालूम है कि प्रधानमंत्री का पद संवैधानिक पद है? क्या राहुल गांधी को यह नहीं मालूम है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं किसी पार्टी के नहीं? और यह जानने के बाद भी प्रधानमंत्री के खिलाफ जिस तरह की टिप्पणी की जा रही है इसका जवाब देश के लोग देंगें.
एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में जीत का संकल्प: राजीव रंजन प्रसाद
जद (यू) राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलनों का दूसरा चरण प्रारंभ हो गया है. यह चरण तीस अगस्त तक चलेगा और इस दौरान लगभग 80 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न हो जाएंगे. इसके बाद तीन सितम्बर से आठ सितंबर के बीच में 42 और विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन होंगे. इस तरह आठ सितम्बर तक कुल 122 विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन पूरे हो जाएंगे यानी आधा बिहार एनडीए की एकजुटता और शक्ति का गवाह बनेगा.
पहले चरण के जिला स्तरीय सम्मेलनों में सभी घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने एक स्वर में जनता का आह्वान किया था, अब विधानसभा स्तर पर प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की टोली गांव-गांव और पंचायत-पंचायत तक संगठन को सशक्त बना रही है। यही समन्वय और यही ताकत विपक्ष को बेचैन कर रही है.
एनडीए के 225 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने की क्षमता और विश्वास कार्यकर्ता सम्मेलनों में दिख रही अभूतपूर्व ऊर्जा से साफ झलक रहा है. विपक्ष की तथाकथित वोट यात्रा केवल नारों तक सीमित रह गई है, जबकि जनता नीतीश कुमार की उपलब्धियों का जादू देख और महसूस कर रही है.
