पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह पर आय से अधिक संपत्ति मामले में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने कार्रवाई की है। अकूत संपत्ति अर्जित करने के मामले में घिरे कार्यपालक अभियंता छापा पड़ते ही फरार हो गए। फोन करने के बाद भी वे सामने नहीं आए। शुक्रवार को राजगीर में उनके आवास और कार्यालय के अलावा देवघर के आलीशान मकान की तलाशी ली गई। इस दौरान करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ। एसवीयू ने उनके खिलाफ 90 लाख रुपए की आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है, पर छापेमारी के बाद यह आय से तीन गुना अधिक पहुंच गई है।
3 करोड़ है देवघर के घर की कीमत
एसवीयू के मुताबिक देवघर व राजगीर में तलाशी के दौरान 25 से अधिक बैंक खाते, कई चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, 15 लाख के सोने-चांदी के जेवरात, पटना व लखीसराय में 15 लाख मूल्य के 7-8 प्लॉट के दस्तावेज और फिक्स डिपोजिट के कागजात मिले हैं। देवघर में बड़े परिसर में 21 कमरों का तीन मंजिला दो मकान हैं, जो अंदर से एक-दूसरे से जुड़ा है। इसकी कीमत 3 करोड़ रुपए है। अरुण कुमार सिंह राजगीर में पिछले 5-6 वर्ष से पदस्थापित हैं।
फोन करने पर कहा, हम नहीं आएंगे
एसवीयू की टीम जब राजगीर स्थित अरुण कुमार सिंह के आवास व कार्यालय की तलाशी के लिए पहुंची तो वह नहीं मिले। फोन कर उन्हें बुलाया गया तो टका सा जवाब दे दिया कि हम नहीं आएंगे, अपना काम कीजिए। उनके नहीं आने से कई बिंदुओं पर पूछताछ नहीं हो पाई। सामने नहीं आने पर एसवीयू अब अभियंता को गिरफ्तार करने के प्रयास में जुट गई है। फरार रहने की सूरत में कुर्की जब्ती भी होगी।