पटना: नीट प्रश्न पत्र लीक मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. आरोपी सिकंदर यादवेन्दु का संबंध तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम के साथ सामने आया है. कथित रूप से प्रीतम ने ही सिकंदर के लिए सरकारी गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था. इसके बाद मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले में तेजस्वी यादव को कटघरे में खड़ा किया था.
अमित आनंद का सम्राट से कनेक्शन : इसके बाद तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए दूसरे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ एक अन्य आरोपी अमित आनंद की तस्वीर जारी करते हुए कहा था कि उनके पास सारे सबूत हैं. सम्राट चौधरी के फोटो को आरजेडी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्विट कर आरोपी अमित से सम्राट चौधरी के कनेक्शन के बारे में सवाल उठाया था. हालांकि, इस मामले में सम्राट चौधरी ने सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल तौर पर वह मिला होगा लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनकी पहचान नहीं है.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा थाः तेजस्वी यादव ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि इन लोगों (आरोपियों) का किंग पिन संजीव मुखिया है. जांच एजेंसियों से अपील की थी कि संजीव मुखिया की जांच करें. तेजस्वी ने कहा था-“सरकार से अपील करते हैं कि इसकी जांच कराए. जो नीतीश कुमार और अमित आनंद पकड़े गये हैं संजीव मुखिया उनलोगों का हेड है. जांच करायी जाए नहीं तो हमारे पास सारी तस्वीर और कौन नेताओं के पास क्या तस्वीर है, सब बताना पड़ेगा, दिखाना पड़ेगा और सार्वजनिक करना पड़ेगा.”
ब्लैकमेल की तरह धमकाएं नहीं : तेजस्वी यादव के इस बयान पर उपमुख्यमंत्री विजय सिंहा ने एक बार फिर हमला किया है. उन्होंने कहा कि “तेजस्वी यादव अधिकारियों को डराने-धमकाने का काम कर रहे हैं. संवैधानिक पद पर बैठे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी प्रशासन को धमकी और लोगों के बीच उन्माद पैदा करने की मानसिकता के साथ फोटो और वीडियो के साक्ष्य के आधार ब्लैकमेलर की तरह डराने और धमकाने का काम न करें. ऐसी भाषा आपराधिक मानसिकता का सूचक है.”
साक्ष्य प्रस्तुत करने की चुनौतीः उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए कहा कि आपको खुली चुनौती है कि 24 घंटे के भीतर ऐसा कोई साक्ष्य है तो उसे सार्वजनिक करें. लोगों के बीच भ्रम फैलाने और बिहार को शर्मसार करने का खेल बंद करें. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव की पार्टी राजद पर डराने वाली मानसिकता वाली पार्टी बताया.