बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है. 18 जिलों की 121 सीटों पर रिकॉर्ड 64.66% वोटिंग हुई है, जो राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा मतदान है. इससे पहले साल 2000 में 62.57 फीसदी वोट पड़े थे. आज हुए मतदान को लेकरराज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा कि कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाओं के अलावा वोटिंग शांतिपूर्ण रही. मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला. सुबह से ही पोलिंग बूथ पर पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं.
पहले चरण में जिन 121 सीटों पर वोटिंग हुई, उसमें कुल मतदाताओं की संख्या 3.75 करोड़ से ज्यादा है. तेजस्वी यादव, सम्राट चौधरी, तेज प्रताप यादव, मैथिली ठाकुर और अनंत सिंह जैसे दिग्गज नेताओं और मौजूदा सरकार के 16 मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. इस चरण में कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में थे.
इन जिलों की सीटों पर वोटिंग
| क्रम संख्या | नाम |
| 1 | मधेपुरा |
| 2 | सहरसा |
| 3 | दरभंगा |
| 4 | सारण |
| 5 | वैशाली |
| 6 | समस्तीपुर |
| 7 | मुजफ्फरपुर |
| 8 | गोपालगंज |
| 9 | सीवान |
| 10 | बेगूसराय |
| 11 | खगड़िया |
| 12 | खगड़िया |
| 13 | मुंगेर |
| 14 | पटना |
| 15 | लखीसराय |
| 16 | शेखपुरानालंदा |
| 17 | भोजपुर |
| 18 | बक्सर |
इन 16 मंत्रियों की किस्मत EVM में कैद
- नीतीश सरकार के जिन 16 मंत्रियों की किस्मत EVM में कैद हो गई है, उनमें बीजेपी कोटे से तारापुर से सम्राट चौधरी, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, सीवान से मंगल पांडे, बांकीपुर से नितिन नवीन, जाले से जीवेश मिश्रा, दरभंगा शहरी से संजय सरावगी, कुढ़नी से केदार प्रसाद गुप्ता, साहेबगंज से राजू कुमार, अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू, बिहारशरीफ से सुनील कुमार और बछवाड़ा से सुरेंद्र मेहता मैदान में थे.
- वहीं, जेडीयू से पांच मंत्री थे. इनमें सरायरंजन से विजय कुमार चौधरी, नालंदा से श्रवण कुमार, बहादुरपुर से मदन सहनी, कल्याणपुर महेश्वर हजारी और सोनबरसा से रत्नेश सदा का नाम शामिल है. पहले चरण के लिए 45 हजार 341 पोलिंग बूथ बनाए गए थे. आइए अब जानते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में हुई ऐतिहासिक वोटिंग के बाद किस दल का क्या कहना है.
- पहले चरण के मतदान को लेकर पीएम मोदी ने एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा, बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग में एनडीए ने भारी बढ़त हासिल कर ली है. इसके साथ ही दूसरे चरण में भी हर तरफ उसकी लहर नजर आ रही है. जनता-जनार्दन के इसी जोश के बीच कल दोपहर करीब 1:45 बजे औरंगाबाद और करीब 3:30 बजे भभुआ में अपने परिवारजनों से संवाद का सौभाग्य प्राप्त होगा.
- पहले चरण में हुए बंपर मतदान पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, पिछले 30 सालों में सबसे अधिक मतदान होना इस बात का संकेत है कि बिहार में बदलाव आ रहा है. 14 नवंबर को एक नई व्यवस्था स्थापित होने जा रही है.
- बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा, लोगों का विश्वास डबल इंजन की सरकार पर है. फिर से एनडीए सरकार बनेगी. लखीसराय को हॉट सीट बना दिया था. तेजस्वी यादव ने कहा था कि लिखकर ले लीजिए विजय सिन्हा यहां से नहीं जीतेंगे. कुछ लोगों ने इसे प्रतिष्ठा बनाया था जिसे जनता ने जवाब दे दिया है.
- बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, शांतिपूर्ण मतदान के लिए मैं बिहार के प्रशासन, जनता और चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं. पहले चरण के बाद हमारे पास जो रिपोर्ट आई है, उससे ये पता चलता है कि 121 सीटों में से करीब 100 सीटों के आस-पास एनडीए जीत रही है. आज के चुनाव में महागठबंधन के मुख्यमंत्री दावेदार भी हारने जा रहे हैं. इस बार भी लालू यादव के पूरे परिवार से कोई चुनाव जीतकर नहीं आएगा.
एक नजर बिहार के चुनावी इतिहास पर.
| साल | प्रतिशत |
| 1951-52 | 42.6 |
| 1957 | 43.24 |
| 1962 | 44.47 |
| 1967 | 51.51 |
| 1969 | 52.79 |
| 1972 | 52.79 |
| 1977 | 50.51 |
| 1980 | 57.28 |
| 1985 | 56.27 |
| 1990 | 62.04 |
| 1995 | 61.79 |
| 2000 | 62.57 |
| 2005-Feb | 46.5 |
| 2005-Oct | 45.85 |
| 2010 | 52.73 |
| 2015 | 56.91 |
| 2020 | 57.29 |

