सीतामढी के रीगा में किसानों के द्वारा यूरिया खाद के लिए सड़क जाम कर दिया गया है। बुधवार के दोपहर में यूरिया खाद नही मिलने से किसानों ने रीगा-मेजरगंज मुख्य पथ को बांस बल्ले से घेरकर जाम कर दिया है। किसानों के द्वारा करीब चार घंटे तक सड़क जाम किया गया। जिसके बाद पहुंची पुलिस आक्रोशित किसानों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। बतादे कि जिला प्रशासन के लाख कोशिश के बावजूद भी किसानों के बीच खाद के किल्लत की समस्या खत्म नहीं हो रही हैं।
प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में किसान सुबह से ही खाद दुकान के समीप लाइन में लग जाते हैं। कड़ी धूप के बावजूद खाद के लिए पूरा दिन किसान लाइन में लगे रहते हैं। बावजूद उन्हें खाद नसीब नहीं हो पा रही है। किसानों का कहना है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन के सहयोग से चुनिंदा लोगों को बारी-बारी से खाद दे दिया जाता है। जबकि बाकी लोग सुबह से साम तक लाइन में लगे रहते हैं। किसानों ने खाद की कालाबजारी में स्थानीय थाना पुलिस और प्रशासन के मिलीभगत का आरोप लगा रही है।
किसानों ने कहा कि विस्कोमान भवन के पास खड़े कुछ युवकों के द्वारा आधार कार्ड व 500नगद लेकर खाद दिलाने की बात कर रहा था। जिसे कुछ किसानों ने पैसे दे दिए, लेकिन कुछ देर बाद वह युवक फरार हो गया। युवक का नाम मनीष कुमार बताया जा रहा है। जो दो दर्जन से अधिक किसानों को चुना लगाकर फरार हो गया है। जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में किसान रीगा मिल चौक से उत्तर बिस्कोमान भवन के समीप बांस -बल्ला लगाकर मुख्य सड़क को जामकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे थे।