यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन ने सोमवार को वर्ष 2021 की सिविल सर्विस के परिणाम घोषित कर दिए हैं। मेरिट लिस्ट में 685 उम्मीदवारों के नाम मेरिट के आधार पर जारी किए गए हैं। बता दें मुख्य परीक्षा जनवरी 2021 में हुई थी और इसके लिए इंटरव्यू अप्रैल-मई 2022 में हुए थे। इस बार शीर्ष चार रैंक पर महिलाओं ने कब्जा किया है। पहले नंबर पर श्रुति शर्मा हैं जिन्होंने आईएएस टॉप किया है। दूसरे पायदान पर अंकिता अग्रवाल हैं, तीसरे पायदान पर जेमिनी सिंगला और चौथे नंबर पर ऐश्वर्या वर्मा हैं।
23 साल की उम्र में चयन
मध्य प्रदेश के भोपाल से लिपि नगाइच ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। लिपि राजनीति विज्ञान की छात्रा हैं। लिपि ने ऑल इंडिया रैंक 140 हासिल की है। महज 23 साल की उम्र में लिपि ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करके बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। लिपि नूतन कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान विषय से एमए फाइनल ईयर की छात्रा हैं।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
लिपि के पिता भोपाल स्थित जवाहर बाल भवन में डायरेक्टर के पद पर हैं,जबकि मां घर संभालती हैं। बता दें कि लिपि ने अपने दूसरे ही प्रयास में बड़ी सफलता हासिल की है। इससे पहले 2020 में भी लिपि ने यूपीएससी की परीक्षा में हिस्सा लिया था। लिपि ने बताया कि उनकी पहली वरीयता आईएएस थी, लेकिन मुझे जो रैंक मिली है उससे मुझे संभवत: आईपीएस ही मिल सकता है। लेकिन ये भी ठीक है, मैं परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहती थी और वो हुआ, इसकी मुझे खुशी है।
महेश्वरी साड़ी पहनकर इंटरव्यू देने गईं
यूपीएससी की तैयारी को लेकर लिपि ने बताया कि मैंने परीक्षा के लिए काफी मेहनत की थी। मैं हर रोज 8-10 घंटे पढ़ाई करती थी। मैं पढ़ाई के दौरान विषय और टॉपिक को बेहतर समझने की कोशिश करती थी। लिपि कहती हैं कि मेरे नाना मेरे बचपन से ही चाहते थे कि मैं आईपीएस बनूं। लिपि ने भोपाल के प्राइमरी स्कूल से अपनी पढ़ाई की। यूपीएससी के इंटरव्यू के बारे में लिपि ने कहा कि मैं महेश्वरी साड़ी पहनकर इंटरव्यू देने के लिए गई थी और इंटरव्यू में मुझसे महेश्वरी साड़ी की खासियत के बारे में ही सवाल पूछ लिया गया था।
नाना से किया था वादा
लिपि की मां नीलिमा नागाइच का कहना है कि जब लिपि के नाना ने लिपि की कुंडली बनवाई तो उसमे गृह नक्षत्रों के आधार पर बताया गया था कि लिपि 24 साल की उम्र तक एक बड़े पद पर पहुंचेगी। लिपि के नान रामप्रिय शरण तिवारी कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद भोपाल में उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नाना की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर परिवार वाले काफी चिंतित थे। लिपि ने उस वक्त अपने नाना से कहा था कि वह उनका सपना पूरा करेगी। इसके बाद लिपि ने पढ़ाई में दिन-रात एक कर दिया।
कहां से की पढ़ाई
यूपीएससी की तैयारी लिपि ने भोपाल में रहकर की थी। उन्होंने होशंगाबाद से नर्सरी की पढ़ाई की थी, इसके बाद उन्होंने भोपाल इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में 12वीं तक की पढ़ाई की। 12 में लिपि ने 95.2 फीसदी अंक हासिल करके टॉप किया और इसके बाद उन्होंने राजनीति शास्त्र से बीए ऑनर्स किया। उन्होंने बीए की पढ़ाई भोपाल के एक्सिलेंस कॉलेज से की थी। इसके बाद उन्होंने नूतन कॉलेज में एमए में दाखिला लिया था।
नाना के आंख में आंसू
लिपि का पहले क्लैट में भी चयन हो चुका था। लिपि के पिता डॉक्टर उमाशंकर नागाइच ने बताया कि लिपि का जब क्लैट में चयन हुआ तो उसने इसमे दाखिला नहीं लिया और अपने नाना के लक्ष्य को पूरा करने की ठानी। यूपीएससी में चयन होने के बाद लिपि ने अपने नाना-नानी से बात की, जिसके बाद नाना की आंखों में आंसू आ गए। बता दें कि राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी लिपि को फोन करके बधाई दी है।