बेगूसराय फायरिंग कांड के साजिशकर्ता के रूप में जमुई के झाझा स्टेशन पर गिरफ्तार केशव कुमार उर्फ नागा अपनी एक गलती और ओवर कॉन्फिडेंस ने फंसा दिया। पुलिस के मुताबिक पूरे कांड में नागा बेहद ही ओवर कॉन्फिडेंट था कि उसे पुलिस पकड़ नहीं पाएगी। लेकिन यही अतिआत्मविश्वास उस पर भारी पड़ गया। केशव उर्फ नागा कांड को अंजाम देने के बाद झारखंड भागने की फिराक में था। फरारी के दौरान ठिकाने के लिए उसने अपनी बुआ का घर चुना। नागा की बुआ देवघर (झारखंड) में रहती हैं। पटना के हथीदह स्टेशन से नागा देवघर जाने के लिए मौर्य एक्सप्रेस में सवार हो गया। यहीं उसने बड़ी गलती की, उसने एक मैसेज भेजा।
गर्ल फ्रेंड और ओवर कॉन्फिडेंस ने डुबाया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हथीहद स्टेशन से जब ट्रेन खुली तो नागा ने अपनी गर्लफ्रेंड को मैसेज किया। वो मैसेज कुछ यूं था…
नागा- मैं बाहर जा रहा हूं।
गर्लफ्रेंड- भागोगे तो पकड़े जाओगे।
नागा- नागा को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
बस यही मैसेज सर्विलांस पर पुलिस के हाथ लग गया। नंबर से नागा को ट्रैक करना मुश्किल नहीं था। गर्ल फ्रेंड को मैसेज करते वक्त नागा को सपने में भी गुमान नहीं था कि उसका ये कदम उस पर कितना भारी पड़ने वाला है। दरअसल इस घटना में शामिल युवराज उर्फ सोनू और नागा दोनों दोस्त है, दोनों की गर्ल फ्रेंड भी है। 13 सितंबर की शाम बेगूसराय शूटआउट मामले में पुलिस ने इसमें शामिल एक बाइक पर सवार सुमित और युवराज को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में युवराज के मोबाइल से केशव की लगातार बातचीत भी हो रही थी। पुलिस ने केशव की पहचान साजिशकर्ता के रूप में की।
युवराज की गिरफ्तारी के बाद केशव के घर हुई रेड
युवराज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस 15 सितंबर को केशव के घर पर भी छापेमारी की जहां उसके एक भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस ने उसके घर में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी जब्त कर लिया। घर पर छापेमारी के बाद केशव 15 सितंबर की शाम बाइक से हथीदह जा पहुंचा। यहां से केशव उर्फ नागा मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर देवघर अपनी बुआ के यहां जा रहा था। लेकिन केशव ने इस दौरान अपना मोबाइल लगातार ऑन रखा, जिससे वह बातचीत के साथ-साथ गर्लफ्रेंड से मैसेजिंग एप पर चैट भी कर रहा था।
नागा तक ऐसे पहुंच गई पुलिस
पुलिस ने केशव और उसके परिचितों का मोबाइल सर्विलांस पर रखा था। तभी पुलिस को जानकारी मिली कि केशव गर्लफ्रेंड से मैसेजिंग एप पर चैट कर रहा है। इसके बाद बेगूसराय पुलिस ने जमुई एसपी से संपर्क साधा और झाझा स्टेशन पर मौर्य एक्सप्रेस के पहुंचते ही घेराबंदी कर केशव उर्फ नागा को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान झाझा स्टेशन पर सभी पुलिस अधिकारियों और सिपाही के पास केशव की तस्वीर थी।
बेगूसराय का डॉन बनना चाहता था नागा
जमुई में पुलिस पदाधिकारी खी पूछताछ के दौरान केशव ने बताया था कि शुट आउट से पहले योजना बनी थी कि जो ज्यादा लोगों को मारेगा वो बेगूसराय का डॉन बनेगा। लेकिन केशव इस फायरिंग में शामिल नहीं था और वह बीहट में ही रुका रहा। जबकि युवराज बाइक चला रहा था, उसके पीछे बैठा सुमित ही वो शख्स था जिसने बछवारा से लेकर चकिया तक अंधाधुंध फायरिंग की। एसपी योगेंद्र कुमार ने भी कहा कि युवराज और सुमित ने ही शूट आउट में फायरिंग किया था जबकि बाइक सवार दो अन्य बदमाश अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश जारी है।