हसौल रेलवे गुमटी पर ओवरब्रिज के लिए 13 साल से प्रतीक्षा के बाद भी दो बार टेंडर कैंसिल होने पर डीआरएम आलोक अग्रवाल ने आश्वस्त किया है कि तीसरी बार के टेंडर के बाद काम शुरू हो जाएगा। मंडल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति, समस्तीपुर मंडल की सत्र 2022-2023 की पहली बैठक में सीतामढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे समिति के सदस्यों को यह भरोसा दिया। इस बैठक में सीतामढ़ी चेंबर आफ कामर्स के सचिव विशाल कुमार, सीतामढ़ी सांसद प्रतिनिधि नीरज गोयनका ने मेहसौल आरओबी का मुद्दा उठाते हुए परियोजना के विलंब होने पर अपनी आपत्ति जताई।
इसके बाद डीआरएम ने बताया कि इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए नई निविदा 18 अप्रैल, 2022 को कुछ तकनीकी सुधार के साथ जारी कर दी गई है। इसके पूर्व दो बार निविदा एकल होने के कारण रद करनी पड़ी थी। शीघ्र ही निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। सीतामढ़ी को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का दर्जा मिलने पर उन्होंने कहा कि रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण को यह मामला प्रेषित किया जा चुका है। इस स्टेशन पर वर्ल्ड क्लास की सुविधाओं का आकलन आरएलडीए की टीम द्वारा किया जाएगा। सीतामढ़ी को देश के अन्य महानगरों से जोड़ने के लिए ट्रेन की मांग का जवाब देते हुए डीआरएम ने बताया यह अधिकार मुख्यालय के कार्य क्षेत्र में आता है। बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव को लेकर मुख्यालय को प्रेषित किया जाएगा।
सीतामढ़ी की जनता चाहती है कि सीतामढ़ी स्टेशन होकर दरभंगा, मुजफ्फरपुर या समस्तीपुर से खुलने वाली ट्रेन सप्तक्रांति, संपूर्ण क्रांति, पवन एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों को इधर से होकर चलाया जाए। वर्तमान में रक्सौल से दानापुर चलने वाली पैसेंजर गाड़ी के आवागमन में लगने वाला समय बहुत ज्यादा है इसपर भी समीक्षा का आश्वासन डीआरएम द्वारा दिया गया।
सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 एवं 3 पर यात्री सुविधा नहीं होने के सवाल पर अधिकारी ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर दो पर यात्री शेड निर्माण की स्वीकृति दे दी गई है। सीतामढ़ी जिला अंतर्गत सभी रेलवे स्टेशनों पर पीने का पानी, साफ-सफाई, मूत्रालय, शौचालय आदि की व्यवस्था, जनकपुर रोड रेलवे स्टेशन पर बंद पड़े यात्री प्रतीक्षालय को खोलने का भी आश्वासन दिया गया।