यूक्रेन पर हमले के बाद भी जीत हासिल नहीं कर पा रहा रूस बेहद खतरनाक कदम उठा सकता है. रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन यूक्रेन को सरेंडर कराने के लिए अपने सबसे घातक हथियार का उपयोग कर सकते हैं. यूरीपीय मीडिया से आ रही खबर के मुताबिक पुतिन दुनिया का सबसे खतरनाक बम माने जाने वाले ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर रूस ने इस बम का इस्तेमाल किया तो यूक्रेन में ऐसी तबाही फैल सकती है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है.
क्या है फादर ऑफ ऑल बॉम्ब
आपके जेहन में सवाल उठ रहा होगा कि ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ क्या है. आखिरकार क्यों इसे देश का सबसे खतरनाक बम माना जाता है. हालांकि अमेरिका और चीन के पास भी ऐसे बम हैं, लेकिन रूसी बम सबसे खतरनाक औऱ घातक माना जाता है. रूस का ये बम परमाणु हथियार नहीं है लेकिन गैर परमाणु हथियारों में सबसे खतरनाक माना जाता है. इस बम को जहां गिराया जाता है उसके आसपास लगभग 500 मीटर के दायरे में हर चीज ध्वस्त हो जाता है. इमारतें मलबे में तब्दील हो जाती हैं तो इंसान का शरीर जल कर राख हो जाता है. ये इतना शक्तिशाली बम है कि बंकर में छिपे लोग भी इससे बच नहीं पायेंगे.
विस्तार से समझिये क्या है ये बम
रूस का ये बम परमाणु बम नहीं है ये बम एक थर्मोबेरिक हथियार है जो भीषण तबाही मचाता है. इस बम को एवियेशन थर्मोबेरिक बॉम्ब ऑफ इंक्रीज्ड पावर कहा जाता है. संक्षेप में इसे ATBIP कहते हैं.
ये बम जहां गिराया जाता है उसके लगभग 500 मीटर का इलाके ध्वस्त हो जाता है. इस बम से 44 टन का धमाका होता है.
इस बम का वजन लगभग 7 हजार किलोग्राम होता है, जिसे जेट विमान से गिराया जाता है.
एक बार जेट विमान से गिराये जाने के बाद ये बम वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन को सोखकर जमीन पर गिरने से पहले ही भीषण धमाका करता है
जमीन से कुछ फीट की ऊंचाई पर हवा में फटने वाला ये बम एक छोटे परमाणु बम जितना नुकसान पहुंचाता है
इस बम के धमाके के बाद हाई टेंपरेचर और सुपरसॉनिक विस्फोटक तरंगें और शॉक वेव पैदा होती हैं. ये घातक तरंगे लगभग 500 मीटर की दूरी में रास्ते में आने वाली इमारतों, इंसानों समेत हर चीज को मिटा देती हैं.
बम के विस्फोट के बाद असीमित मात्रा में इतनी ज्यादा एनर्जी और गर्मी पैदा होती है कि इसके आसपास मौजूद जीवित चीजें पलभर में राख बन जाती हैं.
इसे एयरोसोल बम, वैक्यूम बम या फ्यूल-एयर एक्सप्लोसिव भी कहा जाता है जो मानव शरीर को भाप में बदल देने और इमारतों को मलबे में बदलने में सक्षम है.
अमेरिका-चीन के बम से ज्यादा खतरनाक है रूसी बम
हालांकि अमेरिकी औऱ चीन ने भी इस तरह के खतरनाक बम बना रखे हैं लेकिन रूसी बम वाकई सबका फादर है. देखिये अमेरिकी औऱ चाइनीज बम कैसा है.
अमेरिका के पास दुनिया का दूसरा सबसे घातक गैर-परमाणु बम है. अमेरिकी बम को ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब कहा जाता है.
अमेरिकी बम रूस के बम की तुलना में एक चौथाई ताकत यानि सिर्फ 11 टन TNT का धमाका करता है. अमेरिकी बम से 150 से 300 मीटर के दायरे में आने वाली चीजें नेस्तनाबूद हो सकती हैं.
वहीं चीन ने 2019 में Xian H-6K नामक घातक बम विकसित किया है. चीन का दावा है कि ये अमेरिकी मदर ऑफ ऑल बॉम्ब से ज्यादा खतरनाक है.
चीन सरकार ने दावा किया है कि उसका Xian H-6K बम किसी भी बिल्डिंग को पूरी तरह तबाह कर सकता है.