बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने दरभंगा में हुई गिरफ्तारी और हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने साफ कहा कि लोकतंत्र में लड़ाई हमेशा विचारधारा की होनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत. साथ ही प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वालों की कड़ी निंदा की.
मंत्री चौधरी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को प्रधानमंत्री या किसी अन्य नेता के खिलाफ घटिया मानसिकता से शब्दों का प्रयोग करने का अधिकार नहीं है. प्रधानमंत्री किसी एक व्यक्ति या समूह के नहीं, बल्कि पूरे देश की जनता के प्रतिनिधि हैं. इस तरह की भाषा का प्रयोग लोकतांत्रिक व्यवस्था में अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी हो चुकी है और अब कानून अपना काम करेगा.
अशोक चौधरी ने कहा कि जब भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम होता है तो मंच पर दिए जाने वाले भाषणों की जिम्मेदारी वक्ताओं पर होती है. किसी भी नेता को ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिससे समाज में जहर घुले. उन्होंने कहा कि इस तरह की मानसिकता लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है.
सदाकत आश्रम में हुई तोड़फोड़ पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन यह विरोध शांतिपूर्ण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम लोग भी कई बार प्रोटेस्ट करते हैं, लेकिन हमेशा बाहर और प्रतीकात्मक तरीके से. किसी दूसरे दल के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ करना पूरी तरह गलत है.
पटना हाई कोर्ट को उड़ाने की धमकी के मामले में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ऐसे सिरफिरे लोग हर जगह होते हैं. रोजाना ऐसे संदेश आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन प्रशासन इस पर गंभीरता से कार्रवाई करता है.
