बिहार में कई सारे रोड के अलावा कई पुल के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। इन सबके बनकर तैयार होने के बाद बिहार के जिलों की आपस में कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही साथ ही पड़ोसी राज्यों में भी जाना आसान हो जाएगा। इसी तरह खगड़िया जिले के अगवानी घाट से सुल्तानगंज तक गंगा नदी पर 3 किलोमीटर से अधिक लंबा पुल का निर्माण हो रहा है।जिसके बनने के बाद झारखंड जाना काफी आसान हो जाएगा।
जून तक पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य।
3.160 किलोमीटर लंबा अगुवानी घाट-सुल्तानगंज पुल का निर्माण 1710 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसकी आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया था। पुल निर्माण 80 फीसदी से अधिक हो चुका है। इस 2022 के जून तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
केबल स्टैंड आधारित होगा पुल।
बता दें कि यह पुल फोर लेन का पुल होगा जिसमें दो-दो लेन का दो अलग-अलग पुल बनेगा। पिलर की बजाय केबुल पर झूलता हुआ पुल होगा। दो पिलरों के बीच 125 मीटर की दूरी होगी। एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट डाईरेक्टर ईं आलोक झा ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा की मुख्य धारा में कुल लंबाई 3.160 किलो मीटर महासेतु का निर्माण कार्य होना है। इसमें से 1700 मीटर का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष बचे सुपर स्ट्रक्चर संगमेंट का कार्य युद्ध स्तर से चल रहा है। जबकि गंगा की धारा में सभी 45 पाया का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
देवघर जाना होगा आसान।
बता दें कि इस पुल के दोनों तरफ 25 किलोमीटर लंबे अप्रोच रोड का भी निर्माण हो रहा है। इस पुल के निर्माण से उत्तर तथा दक्षिण बिहार के बीच की दूरी काफी कम हो जायेगी। वहीं पुल पर आवागमन बहाल होने से सावन माह में देवघर जलाभिषेक को जाने वाले कावरियों को भी फायदा पहुंचेगा। जबकि यह पुल सीधे तौर पर एनएच 31 तथा एनएच 80 से भी जुड़ेगा। बता दें कि राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा एवं मुंगेर भागलपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 80 स्थित सुल्तानगंज के पास फोरलेन सड़क का मिलान किया जाना है। जहां कार्य तीव्र गति से की जा रही है।